मुख्यमंत्री व बार काउंसिल आफ इंडिया को बताई पुलिस की क्रूरता
थाना हैबोवाल पुलिस द्वारा थर्ड डिग्री टार्चर किए जाने को लेकर सोमवार को पुलिस कमिश्नर ने एक एएसआइ को सस्पेंड और एसएचओ समेत तीन लोगों को लाइनहाजिर कर दिया।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : थाना हैबोवाल पुलिस द्वारा थर्ड डिग्री टार्चर किए जाने को लेकर सोमवार को पुलिस कमिश्नर ने एक एएसआइ को सस्पेंड और एसएचओ समेत तीन लोगों को लाइनहाजिर कर दिया। अब मामले में संज्ञान लेते हुए अदालत ने दोनों भाइयों का डाक्टरों के बोर्ड से मेडिकल चेकअप कराया है। इसकी रिपोर्ट को अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है।
दूसरी तरफ वकील भाइयों सिद्धार्थ चांदी और कमल चांदी ने मामले में आरोपित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री, पंजाब एंड हरियाणा बार काउंसिल के चेयरमैन एडवोकेट करणजीत सिंह तथा बार काउंसिल आफ इंडिया को खत लिखकर पुलिस द्वारा की गई क्रूरता के बारे में अवगत करा कार्रवाई के लिए हस्तक्षेप की मांग की। इसके अलावा पुलिस कमिश्नर लुधियाना को भेजे खत में मांग की गई है कि थाने में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को संभालकर रखा जाए ताकि अधिकारी घटना वाली रात को उनके साथ हुई मारपीट की सच्चाई को जान सकें।
बता दें कि वकील भाइयों ने थाना हैबोवाल प्रभारी तथा कर्मचारियों पर उन्हें हिरासत में रख कर अमानवीय मारपीट करने के आरोप लगाए थे। हालांकि उसी रात पुलिस ने उन पर सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में केस दर्ज किया था। उसके विरोध में लुधियाना बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत देकर आरोपित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की। इस पर पुलिस कमिश्नर ने एएसआइ शाम सिंह को तत्काल निलंबित कर दिया और हैबोवाल के थाना प्रभारी जसकंवल सिंह सहित एएसआइ दीदार सिंह व हवलदार हेमंत कुमार को लाइनहाजिर कर दिया। मामले की जांच के लिए जेसीपी भागीरथ सिंह मीना के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया जिसमें एडीसीपी समीर वर्मा व एसीपी गुरप्रीत सिंह को शामिल किया गया है।