लुधियाना में रेलवे फाटक पर शताब्दी एक्सप्रेस की चपेट में आए पांच लोग, दो की मौके पर ही मौत
लुधियाना के ग्यासपुरा रेलवे फाटक पर शनिवार रात लगभग चार दोपहिया सवार शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गए। युवती सहित दो लोगोंं की मौके पर ही मौत हो गई।
जेएनएन, लुधियाना। शताब्दी एक्सप्रेस की चपेट में आने से शनिवार रात एक युवती सहित दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घायलों की अस्पताल में हालत गंभीर बनी हुई है। नई दिल्ली से अमृतसर आ रही शताब्दी एक्सप्रेस पूरी रफ्तार में थी। रात आठ बजकर पांच मिनट पर ग्यासपुरा के पास बंद रेलवे फाटक से लोग अपने दोपहिया वाहनों से गुजर रहे थे। इस दौरान एक युवती सहित पांच लोग अपने वाहनों के साथ शताब्दी की चपेट में आ गए। ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक मारी, लेकिन वह लगभग 50 मीटर तक लोगों और वाहनों को घसीटते हुए चली गई। ट्रेन हीरो कंपनी के पास पहुंच कर रुकी।
शताब्दी की चपेट में एक एक्टिवा (पीबी 91 जी- 0474), एक स्पलेंडर, एक बुलेट और दो साइकिल आए हैं। मृतकों में एक युवती और एक अधेड़ शामिल हैं। जबकि घायलों में तीन अन्य लोग हैं। मौके पर जमा लोगों ने सभी को अस्पताल रवाना किया। ट्रेन में फंसे वाहनों को निकाल शताब्दी भी रवाना की गई। मृतक युवती की पहचान मुंडियां कलां निवासी गुरप्रीत कौर (27 वर्षीय) और रतनजीत सिंह (60 वर्षीय) के रूप में हुई है। रतनजीत शिमलापुरी के रहने वाले थे और कोका-कोला कंपनी में काम करते थे। वह काम से लौट रहे थे। गुरप्रीत कौर ग्यासपुरा स्थित फोकल प्वाइंट छह में एशियन बाइक्स कंपनी में एचआर विभाग में काम करती थी। वह काम से अपनी एक्टिवा (पीबी 10 सीएक्स 5823) से लौट रही थी। बताया जाता है कि उसके पिता नछत्तर सिंह की करीह छह साल पहले मौत हो गई थी।
ग्यासपुरा रेलवे फाटक पर हुई दुर्घटना में क्षतिग्रस्त वाहनों को रेल ट्रैक से हटाती पुलिस।
घायलों में शामिल सन्नी को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया है। उसकी टांग घायल होने के बाद लटकी हुई थी। अन्य घायल अर्जुन जमालपुर के रसीला नगर का रहने वाला है और दूसरा साइकिल सवार गगन ग्यासपुरा निवासी है, जोकि कंगारू कंपनी में काम करता है। दोनों को अन्य अस्पताल ले जाया गया है। घटना के बाद से गेटमैन सन्नी सदमे में है। घटनास्थल पर एडीसीपी हरीश दिहामा, एसीपी साहनेवाल सहगल, एसीपी संदीप वढेरा, जीआरपी के एसीपी प्रदीप संधू, ढंडारी रेलवे स्टेशन के दीपक कुमार मौके पर पहुंचे और जायजा लिया। दुर्घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम अमरजीत सिंह बैंस सिविल अस्पताल पहुंचे। उनके साथ जीआरपी के अधिकारी भी थे।
घायल चश्मदीद की जुबानी : फाटक एकाएक बंद किया गया
घटना के चश्मदीद गवाह और बुरी तरह जख्मी होने वाले सन्नी (निवासी कैलाश नगर, बस्ती चौक) ने बताया कि वह अपने साथी विराज के साथ आ रहा था, जो उसके इलाके में रहता है। सन्नी के अनुसार वह फोकल प्वाइंट में फेज छह में आर एसआर निटवियर में काम करता है। उसके साथी ने भी काम पर लगना था। वह उसे आज पहली बार लेकर गया था। ग्यासपुरा फाटक के पास जब पहुंचे तो वह खुला था और हम जैसे ही निकल रहे थे, उसी समय एकाएक फाटक बंद कर दिया गया। इस दौरान फाटक के अंदर रेल पटरी पर काफी लोग थे। जब तक वह कुछ समझते शताब्दी आ गई और लोग खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। उसका दोस्त विराज किसी तरह फाटक के पार चल गया, लेकिन उसकी टांग ट्रेन की चपेट में आ गई।
ग्यासपुरा रेलवे फाटक पर हुई दुर्घटना में घायल की हाल जानने अस्पताल पहुंचे परिजन।
चार दिन बाद जन्मदिन था गुरप्रीत का
रेल हादसे में मारी गई 27 वर्षीय गुरप्रीत कौर पांच बहनों में तीसरे नंबर पर थी। चार मार्च को उसका जन्मदिन था। सिविल अस्पताल में विलाप करते हुए उसकी मां अमनप्रीत कौर कह रही थी कि जन्मदिन में तुम्हें गिफ्ट देना था और तुम ही चली गई। बताया जाता है कि इलाके के एक युवक के साथ ही उसकी शादी की भी बातचीत चल रही थी। गुरप्रीत की चार अन्य बहनें हैं। दो शादीशुदा हैं।
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