कोरोना का खौफ, सफर के दौरान पर्स में सैनिटाइजर भी रखती है महिलाएं
इन दिनों महिलाएं अपने पर्स में लिपस्टिक और फेस पाउडर के साथ-साथ सैनिटाइजर और अलग-अलग रंग के मास्क भी रखने लगी हैं
लुधियाना, अर्शदीप समर: कोरोना वायरस ने लोगों की जीवन शैली बदलकर रख दी है। इन दिनों महिलाएं अपने पर्स में लिपस्टिक और फेस पाउडर के साथ-साथ सैनिटाइजर और अलग-अलग रंग के मास्क भी रखने लगी हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर इनका प्रयोग किया जा सके। पिछले दिनों शहर के कचहरी चौक में एक दिलचस्प वाक्या देखने को मिला।
हुआ यूं कि एक महिला ने कचहरी चौक पर ऑटो चालक को रोका। उसने गंतव्य पर जाने के लिए मोल-भाव करने के बाद पर्स में हाथ डाला। इस पर ऑटो चालक बोला, बहन जी पैसे सफर के बाद दे देना, लेकिन वह तब अचंभित रह गया, जब उसने देखा कि महिला ने पर्स से सैनिटाइजर की बोतल निकाली और ऑटो को सैनिटाइज करने लगी। इस दौरान उसने ऑटो में बैठी दूसरी सवारी के पूरे शरीर पर भी स्प्रे कर दिया। यह नजारा देखकर वहां से गुजर रहे लोग भी मुस्कुराए बिना नहीं रह सके।
एसएचओ को थमाई पॉजिटिव-नेगेटिव रिपोर्ट
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर लोग काफी डरे हुए हैं। इससे भी ज्यादा परेशानी वाली बात यह है कि कोविड-19 के लिए होने वाले टेस्ट की दो-दो रिपोर्ट आ रही हैं। पहले रेलवे क्वार्टर से मिले एक शव की रिपोर्ट पॉजिटिव आई और दूसरी बार की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई। कोरोना वायरस के कारण जान गंवाने वाले एसीपी अनिल कोहली की भी पहली रिपोर्ट नेगेटिव और दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
अब पंजाब पुलिस के 25 जवान पॉजिटिव पाए गए हैं, मगर सबसे बुरी स्थिति में थाना डिवीजन नंबर आठ के प्रभारी इंस्पेक्टर जरनैल सिंह हैं। दरअसल उन्होंने अपना कोविड का टेस्ट करवाया था, जिसकी पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। अब उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि वह अपना इलाज करवाएं या नहीं, मगर वह ए सिम्टोमेटिक हैं तो इसलिए वह इलाज नहीं करवा रहे और घर पर ही क्वारंटाइन हो गए हैं।
नेता जी की गैरहाजिरी के चर्चे
वैसे तो काग्रेस की गुटबाजी हमेशा से ही चर्चा में रही है, मगर वरिष्ठ नेता इस पर पर्दा डालते रहे हैं। पिछले दिनों तेल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन किया गया था। प्रदर्शन में कांग्रेस न तो जनसमर्थन दिखा पाई और न ही एकजुटता। इस धरना प्रदर्शन में काग्रेस के सीनियर विधायक राकेश पाडे और संजय तलवाड़ गायब रहे। इसे लेकर सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कोई इसे मंत्री का विरोध समझ रहा है तो कोई मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ नाराजगी मान रहा है।
जब सभी पार्टियां अभी से विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने में जुटी हुई हैं तो इस बीच कांग्रेस की यह गुटबाजी आने वाले समय में पार्टी के लिए नुकसानदायक हो सकती है। लोगों का तो यही कहना है कि जो पार्टी अपने विधायकों को ही एकजुट नहीं कर पा रही है, वह लोगों का भला कैसे करेगी।
जिम संचालकों को भारी पड़ा प्रदर्शन
प्रदेश सरकार ने कोरोना के संक्रमण को देखते हुए कोचिंग सेंटर, स्कूल, पब और जिम बंद रखने के आदेश दे रखे हैं। कुछ लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं। सबसे ज्यादा विरोध जिम संचालकों द्वारा किया जा रहा है। वह समय-समय पर अलग-अलग ढंग से विरोध जाहिर कर रहे हैं। पिछले दिनों जिम संचालकों की ओर से बस्ती जोधेवाल में प्रदर्शन किया गया था। उनकी मंशा थी कि सरकार उनका यह प्रदर्शन देखकर उन पर तरस खाए और जिम खुलवा दे। मगर वह प्रदर्शन का तरीका गलत अपना बैठे।
उन्होंने ठेकों का विरोध करते हुए शराब खरीदी और सड़क पर ही पीने लगे। ऐसे में उन्हें लेने के देने पड़ गए। पुलिस ने उन पर तरस खाना तो दूर उल्टा आपराधिक मामला दर्ज कर लिया। अब जमानत करवाने और केस लड़ने के लिए और पैसे लग जाएंगे। अब वह बगलें झाक रहे हैं कि उनके साथ हुआ क्या है।