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हाल-ए-सिविल अस्पताल लुधियाना : सीढ़ियों के पास हाल में भर्ती किए मरीज, पंखे तक नहीं चल रहे ठीक

सिविल अस्पताल में रेनोवेशन का काम चल रहा है जिससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले बीस दिनों से पहली मंजिल और दूसरी मंजिल पर वार्डों में रेनोवेशन का काम चल रहा है। जिसकी वजह से मरीजों को सीढ़ियों के पास भर्ती किया गया है।

By Vinay KumarEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 07:46 AM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 07:46 AM (IST)
लुधियाना के सिविल अस्पताल में सीढ़ियों के साथ भर्ती किए गए मरीज।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। सिविल अस्पताल में रेनोवेशन का काम चल रहा है। इसके तहत सबसे पहले ओपीडी ब्लाक में रंग रोगन, बिजली सहित अन्य कार्य करवाएं गए। उसके बाद ट्रामा वार्ड की रेनोवेशन का काम शुरू हुआ और वार्ड अभी भी बंद है। अब दूसरी तरफ पिछले बीस दिनों पहली मंजिल और दूसरी मंजिल पर बने वार्डों में रेनोवेशन शुरू हो गई है। जिसकी वजह से वार्डों को खाली करवाकर मरीजों को सीढ़ियों के पास खाली जगह में भर्ती किया गया है। ये मरीज अलग-अलग बीमारियों के इलाज के लिए भर्ती हुए है। इनमें ज्यादातर बुजुर्ग है। जिस जगह पर मरीजों को अभी भर्ती किया गया, वहां न तो पीने वाले पानी की व्यवस्था है न ही पंखे ठीक से चलते हैं।

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मरीजों को गर्मी से बचने के लिए पंखे अपने घर से लाने पड़े हैं। सबसे बड़ी समस्या मच्छरों और कीड़ों मकोड़ों की है। ज्यादातर मरीज मच्छरों से परेशान हैं। मरीजों ने कहा कि शौचालय बदबू से भरे पड़े है। ठीक से सफाई नही होती। नल भी काम नही कर रहें है। मरीजों ने कहा कि वार्डों में जो कर्मी रंग रोगन कर रहे हैं, उनका काम काफी धीमा है। अस्पताल प्रबंधन को चाहिए कि वो काम मे तेजी लाए।

काम की गति बहुत धीमी : बबलू

जालंधर बाइपास निवासी बबलू ने कहा कि उन्हें तीन दिन हो गए अस्पताल में आए हुए। जब से वे अपने मरीज को लेकर आएं हैं, तब से ही पहली मंजिल के बरामदे में हैं। वार्डों में रंग रोगन का काम चल रहा है, जो कि बहुत धीमी गति से हो रहा है। दो घंटे के काम को रंग रोगन वाले कर्मी दो दिन लगा रहे हैं। बरामदे में मरीज सुरक्षित नहीं है। मच्छरों की सबसे बड़ी समस्या है। साफ सफाई भी नहीं होती। ऊपर से बाथरूम भी बहुत गंदे है। मरीज ठीक कैसे होगा।

कई दिनों में बरामदे में पड़ा हूं : मरीज सूरज

ढोलेवाल के रहने वाले मरीज सूरज प्रकाश ने बताया कि वो कई दिनों से बरामदे में पड़े हैं।  खिड़किया खुली होने की वजह से मच्छरों सहित दूसरे कीड़े मकोड़े आ रहे हैं। सफाई ठीक से नही होती। अस्पताल के संचालकों को चाहिए कि वार्डों में जो रंग रोगन का काम हो रहा है, वो जल्द से जल्द करवाएं। ताकि मरीज वार्डो में भर्ती हो।

घर से पंखा लाना पड़ा: राजिंदर कौर

ताजपुर रोड से आई राजिंदर कौर ने कहा कि तीन चार दिन से वे अपने मरीज के साथ वार्ड से बाहर सीढ़ियों के पास हाल में है। यहां बड़ी परेशानी उठानी पड़ रही है। पंखे ठीक से नहीं चल रहे। इसकी वजह से उन्हें अपने घर से पंखा लाना पड़ा है। दूसरा हमेशा चोरी का डर बना रहता है। आए दिन सुनते हैं कि मरीजों का सामान चोरी हो गया।


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