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बदहाल व्यवस्था - सिविल और मदर एंड चाइल्ड अस्पताल के वाटर कूलर खराब, पानी खरीदने को मजबूर लोग

जागरण संवाददाता लुधियाना सिविल अस्पताल और मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मर

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Sep 2021 06:34 AM (IST)Updated: Sun, 26 Sep 2021 06:34 AM (IST)
बदहाल व्यवस्था - सिविल और मदर एंड चाइल्ड अस्पताल के वाटर कूलर खराब, पानी खरीदने को मजबूर लोग
बदहाल व्यवस्था - सिविल और मदर एंड चाइल्ड अस्पताल के वाटर कूलर खराब, पानी खरीदने को मजबूर लोग

जागरण संवाददाता, लुधियाना

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सिविल अस्पताल और मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों और उनके स्वजनों को पीने के लिए साफ पानी तक आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। मजबूरन उन्हें कंटीनों से पानी खरीदना पड़ रहा है। दिखावे के लिए दोनों अस्पतालों में दस से अधिक जगहों पर वाटर कूलर लगा रखे गए हैं, लेकिन दो या तीन वाटर कूलर को छोड़कर सभी वाटर कूलर महज शो पीस बनकर रह गए हैं। हालांकि अस्पताल प्रबंधन को जब भी वाटर कूलरों के बाबत सवाल किया जाता है, तो उनका कहना होता है कि सभी वाटर कूलर ठीक काम कर रहे हैं। शनिवार को दैनिक जागरण की टीम ने दोनों अस्पतालों का दौरा किया, तो पाया कि मदर एंड चाइल्ड अस्पताल की पहली मंजिल पर पोस्ट नेटल वार्ड में लगा वाटर कूलर करीब दो महीने खराब पड़ा है। इसी मंजिल पर आपरेशन थिएटर के बाहर लगा वाटर कूलर भी एक महीने से बंद पड़ा है। इसी जगह पर मरीजों के तीमारदारों के लिए अलग से दो नल भी लगाए गए। दोनों में पानी नहीं आता। दूसरी तरफ इमरजेंसी व ब्लड बैंक के बाहर लगाया गया वाटर कूलर भी दो महीने से खराब पड़ा है। ओपीडी ब्लाक के अंदर लगा वाटर कूलर पिछले तीन महीने से खराब पड़ा है। इसके साथ ही फीमेल वार्ड में लगा वाटर फिल्टर भी खराब पड़ा है। इतने वाटर कूलर खराब होने की वजह से मरीजों के परिजनों को पानी के लिए कंटीन संचालकों और एनजीओ की तरफ से लगाएं गए दो वाटर कूलरों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। इन जगहों पर भी साफ सफाई का अभाव है। पानी के वाटर कूलरों को महीनों से साफ नहीं किया गया। जिसकी वजह से बीमारी फैलने का खतरा रहता है। सवाल यह है कि अधिकारी रोजाना अस्पताल आ रहे हैं, उसके बाद भी उन्हें खराब पड़े वाटर कूलर नजर क्यों नहीं आते।

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सिविल सर्जन बोलीं, एसएमओ से जवाब तलबी होगी

सिविल सर्जन डा. किरण आहलुवालिया ने कहा कि अस्पतालों में पानी का प्रबंध तो यकीनी तौर पर होना ही चाहिए। उन्हें नहीं बताया गया कि मदर एंड चाइल्ड अस्पताल व सिविल अस्पताल के इतनी संख्या में वाटर कूलर खराब पड़े हैं। लोगों को पानी के लिए काफी परेशानी आती होगी। वह सोमवार को दोनों एसएमओ को चिट्ठी निकालकर जवाब तलबी करेंगी कि आखिर वाटर कूलर क्यों खराब पड़े हैं और उन्हें ठीक क्यों नहीं करवाया जा रहा है। दूसरा शौचालय बंद होने को लेकर भी जवाबतलबी करेंगी।


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