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मरीज के परिवार वालों का हंगामा, डॉक्टर ने बाथरूम में बंद कर खिड़की से लगाई छलांग

न्यू सुभाष नगर निवासी सुरिंदर कौर और हरजिंदर सिंह की एक्टिवा बस स्टैंड के पुल के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इससे हरजिंदर सिंह को मामूली लेकिन सुरिंदर कौर को गंभीर चोटें आई थी।

By Edited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 06:00 AM (IST)
मरीज के परिवार वालों का हंगामा, डॉक्टर ने बाथरूम में बंद कर खिड़की से लगाई छलांग
मरीज के परिवार वालों का हंगामा, डॉक्टर ने बाथरूम में बंद कर खिड़की से लगाई छलांग

लुधियाना, जेएनएन। सीएमसी अस्पताल में सोमवार देर रात सड़क दुर्घटना में घायल हुई एक बुजुर्ग महिला की कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट को लेकर परिवार ने जमकर हंगामा किया। उनका आरोप था कि मरीज को पहले नेगेटिव और फिर बिल बढ़ाने के लिए पॉजिटिव बताया गया। परिवार के गुस्से से बचने के लिए डॉक्टर ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया और फिर खिड़की तोड़कर पहली मंजिल से छलांग लगा दी। इससे डॉक्टर के पैर पर चोट आई है। अस्पताल में हंगामे की सूचना पर डिवीजन नंबर तीन की पुलिस पहुंची।

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मरीज के परिवार ने पुलिस को झूठी रिपोर्ट बनाने संबंधी लिखित शिकायत दी। इसके बाद मंगलवार सुबह भी अस्पताल में परिवार वालों के इकट़्ठा होने की सूचना पर थाना डिवीजन नंबर तीन के एसएचओ सतीश कुमार मौके पर पहुंचे। दरअसल, न्यू सुभाष नगर निवासी सुरिंदर कौर बुधवार को पति हरजिंदर सिंह के साथ एक्टिवा पर घर लौट रहीं थी। बस स्टैंड के पुल के पास उनका एक्टिवा दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इससे हरजिंदर सिंह को मामूली, लेकिन सुरिंदर कौर के सिर में गंभीर चोट लगी। उन्हें पाहवा अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद सीएमसी अस्पताल लाया गया।

महिला के दोहते उवनीत सिंह के मुताबिक सीएमसी में उनका कोरोना टेस्ट किया गया। एक डॉक्टर ने मोबाइल पर नेगेटिव रिपोर्ट दिखाई लेकिन बाद में कंप्यूटर पर रिपोर्ट दिखाकर कहा गया कि वह पॉजिटिव हैं। इस पर डॉक्टर ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया और आवाजें लगाने पर भी बाहर नहीं आया। जब थाना डिवीजन तीन से एएसआइ जगदीश राज को बुलाकर चेक किया गया तो पता चला कि वह खिड़की के रास्ते भाग गया है।

मरीज के दोनों टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव आई

एमएस उधर अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट (एमएस) डॉ.अनिल लुथर के मुताबिक मरीज को सीरियस हेड इंजरी है, इसलिए उन्हें न्यूरो आइसीयू में रखकर इलाज शुरू कर दिया, लेकिन स्टाफ व अन्य मरीजों की सेफ्टी के लिए ट्रनेट से कोरोना टेस्ट भी किया गया, जो पॉजिटिव आया। स्वजनों के एतराज जताने पर दूसरी बार टेस्ट कराया तो वह भी पॉजिटिव आया। परिवार का दावा है कि एक डॉक्टर ने उन्हें रिपोर्ट नेगेटिव बताई थी। फिर उन्होंने वीडियो कॉलिंग में स्वजनों से उस डॉक्टर की बात कराई तो उन्होंने कहा कि किसी को नेगेटिव रिपोर्ट नहीं बताई।

मरीज के स्वजन वार्ड में घुसे, डॉक्टर को दी गालियां

डॉ. अनिल लुथर के मुताबिक मरीज के स्वजन वार्ड में घुस आए, जिसकी उनके पास सीसीटीवी फुटेज भी है। परिजन डॉक्टर को गालियां दे रहे थे, इसलिए उन्हें खुद को बचाने के लिए बाथरूम की खिड़की से भागना पड़ा। स्वजन मरीज को कोरोना वार्ड में शिफ्ट करने में भी रुकावट डाल रहे थे। इस मामले में कार्रवाई कराने के लिए सीसीटीवी फुटेज की सीडी के साथ पुलिस को शिकायत करेंगे।


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