ढंडारी रेलवे स्टेशन पर गाड़ी पार्क करना पड़ रहा महंगा, ज्यादा वसूली जा रही फीस
ढंडारी रेलवे स्टेशन पार्किंग में कारिंदों की ओर से जमकर दादागिरी की जा रही है। यहां कार पार्क करने वालों से जबरन पांच गुणा अधिक फीस वसूली जा रही है।
लुधियाना, [डीएल डॉन] ढ़ंडारी रेलवे स्टेशन पार्किंग में दादागिरी का बोलबाला है। यहां गाड़ी पार्क करने वालों से जबरन दो गुना फीस वसूले जाने से पब्लिक में रोष है। पब्लिक लगातार स्टेशन अधीक्षक और जीआरपी से शिकायत कर रही है, लेकिन पब्लिक की शिकायत पर सुनवाई नहीं हो रही है। ग्यासपुरा निवासी नित्यानंद सिंह का आरोप है कि स्टेशन पार्किंग में गाड़ी पार्क किए महज तीन घंटे के बाद वह गाड़ी वापस लेकर आने लगा तो उनसे 100 रुपये की डिमांड कर ली। सिंह ने बताया कि पार्किंग कर्मी को उन्होंने बताया कि अभी तो ज्यादा से ज्यादा तीन घंटे हुए इतने में 100 रुपये किस तरह बन गया। उन्होंने इसकी शिकायत जीआरपी को दी तो जीआरपी से जबाव मिला कि यह रेल मैनेजमेंट का मामला है। वहां से शिकायत स्टेशन अधीक्षक को दी गई उन्होंने कहा कि मामले की जांच करवा कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई होगी आप फिलहाल जाएं आपके मोबाइल पर सूचित कर देंगे।
करीब चार दिन बीतने के बाद भी कोई सूचना नहीं मिली। सिंह का आरोप है कि यहां लोगों से जबरन वसूली में रेल अधिकारी का भी मिली भगत है जिससे कांट्रेक्टर पब्लिक के साथ जबरदस्ती कर रहा है। नित्यानंद सिंह ने टेंडर धारक की कार्रवाई की जांच करवाने की मांग की है ताकि लोगों से रेट में फीस वसूली जाय।
आटो वालों से परेशानी
ट्रेन के समय पैसेंजर बाहर निकलते वक्त आटो वाले स्टेशन के गेट को जाम कर देते हैं, जिससे पब्लिक को काफी परेशानी होती है। पर्किंग में खड़ी कार वापस लाने के लिए घंटों लग जाते है। परेशानी के बारे में जानकारी देते हुए अरविंद यादव ने बताया कि काफी समय तक कार नहीं निकलने पर पार्किंग कर्मियों ने आटो वालों को रास्ता देने को कहा तो आटो वालों ने बाली-गलौज करने लगा जिससे दोनों पक्षों में मारपीट हो गई।
टेंडर अधिक, वसूली कम
ढ़ंडारी रेलवे स्टेशन के रेल सूत्र बताते हैं कि पहले आरक्षण केंद्र पर पब्लिक का आवागमन ज्यादा होने से टेंडर धारक को कमाई हो जाती थी, लेकिन इन दिनों नेट आदि से टिकट निकल जाने से यहां लोग वाहन लेकर कम आते हैं, जिससे टेंडर धारक का वसूली कम हो रहा है। वहीं रेल अधिकारी बताते हैं कि टेंडर धारक को तीन माह में 144287 रुपये जमा करने होते हैं। जो एक वर्ष मतें 577148 रुपये है और यह ठेका तीन वर्ष का है जिससे कांट्रेक्टर को तीन वर्ष में कुल 1731444 रूपये जमा करना है। अब कांट्रेक्टर को घाटा लग रहा है तो वह लोगों से जबरन वसूली पर उतर जाता है।
रेल रेट के मुताबिक वसूली : कांट्रेक्टर
इस संबंध में कांट्रेक्टर सुरेश साहनी का कहना है कि उनके कर्मी रेल रेट के मुताबिक पार्किंग फीस वसूल करते हैं। जब उनसे कहा गया कि कई गाड़ी वाले जीआरपी और स्टेशन अधीक्षक को शिकायत कर रखी है तो उन्होंने कहा कि लोग दस बीस रुपये पार्किंग देने की बजाय रोब जमाते है और लडऩे पर उतारू हो जाते है।
होगी कार्रवाई : एसएस
इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक दीपक कुमार से बात करने पर उन्होंने कहा कि शिकायत मिली है जांच चल रहा है आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई होगी।