सड़क पर दौड़ रही मौत, कंट्रोल करने में फेल साबित हो रही ट्रैफिक पुलिस
ओवरलोडिड चोपहिया वाहन इन दिनों हादसों को दावत दे रहे है। बात सिर्फ एक महीने की करें तो 39 एक्सीडेंट्स में 24 लोगों की मौत हो गई।
गगनदीप रत्न, लुधियाना : ओवरलोडिड चोपहिया वाहन इन दिनों हादसों को दावत दे रहे है। बात सिर्फ एक महीने की करें तो 39 एक्सीडेंट्स में 24 लोगों की मौत हो गई। इन हादसों में कमी लाने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा न कोई मुहिम चलाई गई और न ही इन वाहनों पर सख्ती की गई। जिसका खामियाजा उन परिवारों को भुगतना पड़ा, जिनके घरों के चिराग बुझ गए लेकिन पुलिस ने इससे नसीहत नहीं ली और हादसों की गिनती में बढ़ोतरी होती रही। आउटर एरिया से शहर में पहुंचे हैवी व्हीकल्स
हैवी व्हीकल्स की बात करें तो ये नो-एंट्री के बावजूद शहर में घूम रहे है। शहर के बाहरी इलाकों में जहां फैक्ट्रियां है, वहां तो इनकी ओवर से भी ज्यादा लोड लेकर ट्रक व ट्रालियां लेकर घूम रहे है। लेकिन पुलिस का दायरा सिर्फ चौक तक सीमित रह गया है। हालात ये है कि पिछले एक महीने में पुलिस ने हैवी व्हीकल्स से 50 फीसदी ज्यादा सिर्फ दो-पहिया वाहनों के चालान किए है जबकि ओवरलोड वाहनों के चालान सिर्फ नाम के लिए हुए है।
हैवी व्हीकल्स से हो रहे हादसे
विभाग के आंकड़ों की बात करें तो अगस्त महीने में 39 एक्सीडेंट हुए है, जिसमें 24 लोगों की मौत हुई। मरने वाले सभी एक्सीडेंट बड़े और ओवरलोडिड व्हीकल्स से हुए है। इन मामलों में सिर्फ तीन मामले ऐसे है, जिसमें मौके पर एक्सीडेंट करने वाले पकड़े गए है, जबकि बाकी सभी मामलों में आरोपित फरार हो गए। पुलिस ने नहीं लिया कोई एक्शन
इसके विपरीत पुलिस द्वारा बनाए गए एक्शन प्लान की बात करें तो पुलिस ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया, जिससे हादसों में कमी आ सके। हां, सिर्फ खानापूर्ति के लिए नाकाबंदी जरूर की गई, लेकिन सब फार्मिलिटी रही। हालात ये है कि बाहरी इलाकों के साथ-साथ शहर में धड़ल्ले से ओवरलोडिड वाहन निकल रहे है। लेकिन उन पर कार्रवाई करने वाला कोई नहीं।
मुलाजिमों को सख्त हिदायत दी गई है कि वो हैवी व्हीकल्स पर कार्रवाई करे। आने वाले दिनों में इन पर और भी सख्ती की जाएगी।
सुखपाल बराड़, एडीसीपी ट्रैफिक