लुधियाना सिविल अस्पताल में मरीजाें काे मिलेगी राहत, कल से शुरू हो सकती है ओपीडी
शहर के सिविल अस्पताल में काेराेना संकट के बाद से ही अाेपीडी बंद कर दी गई थी। इस दाैरान मरीजाें काे परेशानियाें का सामना करना पड़ता था। अब अाेपीडी दाेबारा शुरू हाेने से मरीजाें काे जरूर राहत मिलेगी।
लुधियाना, जेएनएन। लुधियाना में काेराेना का खतरा कम हाेने के बाद अब लाेगाें ने राहत की सांस लेना शुरू कर दिया है। इससे कई क्षेत्राें में सेवाएं सुचारू रूप से शुरू हाे गई है। सेहत विभाग के अनुसार सोमवार से सिविल अस्पताल में ओपीडी शुरू हो सकती है। इसकाे लेकर विभाग ने अभी से तैयारियां करनी शुरू कर दी है।
गाैरतलब है कि शहर के सिविल अस्पताल में काेराेना संकट के बाद से ही अाेपीडी बंद कर दी गई थी। इस दाैरान मरीजाें काे परेशानियाें का सामना करना पड़ता था। अब अाेपीडी दाेबारा शुरू हाेने से मरीजाें काे जरूर राहत मिलेगी। पहले अस्पतालाें में मरीजाें काे चक्कर काटने पड़ते थे। वहीं डाक्टर भी काेराेना के डर से चेकअप करने से घबराते थे।
एसएमओ डा अमरजीत कौर का कहना है कि ओपीडी को लेकर लेकर सभी व्यवस्थाएं की जा चुकी हैं। अब केवल स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों की मंजूरी का इंतजार है। फिर ईएसआइसी अस्पताल से ओपीडी सिविल अस्पताल में शिफ्ट हो जाएगी। हालांकि विभाग कोरोना के नए मामलों पर भी नजर रख रहा है। अगर मामले एकाएक बढ़े, तो ओपीडी शुरू करने के फैसले पर दोबारा से विचार किया जाएगा।
गर्मियों में ओपीडी में रोजाना आते थे 800 से अधिक मरीज
कोरोना वायरस से पहले सिविल अस्पताल की ओपीडी में रोजाना पांच सौ से अधिक मरीज इलाज के लिए आते थे। पिछले वर्ष गर्मियों में यह आंकड़ा 800 से अधिक रहा है। ऐसे में ओपीडी के दोबारा शुरू होने से सभी मरीजों को राहत मिलेगी। सिविल सर्जन डा. राजेश बग्गा ने कहा कि हमें कोरोना वायरस के बीच जीने की आदत डालनी होगी। कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनें, फिजिकल डिस्टेंस रखें। बार-बार हाथ धोने की आदत डालें। घर से बिना वजह निकलने की आदतों को छोड़ें। तब जाकर कोरोना वायरस से बचाव हो सकेगा।