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लेबर से जुड़ा धान बिजाई का 'आधार'

पंजाब में धान की बिजाई के दौरान बिहार और उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रमिकों का आना शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Jun 2020 02:08 AM (IST)Updated: Thu, 11 Jun 2020 02:08 AM (IST)
लेबर से जुड़ा धान बिजाई का 'आधार'
लेबर से जुड़ा धान बिजाई का 'आधार'

डीएल डॉन, लुधियाना

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पंजाब में धान की बिजाई के दौरान बिहार और उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रमिकों का आना शुरू हो गया है। खास बात यह है कि इन श्रमिकों को किसानों ने आधार कार्ड भेजा है, तब जाकर लेबर वहां से चलने में सक्षम हो पाई है। गांव में ट्रेन का टिकट लेने के दौरान श्रमिक को अपना आधार कार्ड के अलावा जिस किसान के पास काम करने को जाना है, उसका भी आधार कार्ड देना पड़ता है। रेलवे आरक्षण केंद्र पर यदि किसान का आधार कार्ड नहीं जमा होगा, तो टिकट नहीं मिलेगी। 10 जून से धान की बिजाई आरंभ हो चुकी है, ऐसे में हर किसान को श्रमिक चाहिए। काफी संख्या में किसानों ने पुरानी लेबर को आधार कार्ड वाट्सएप पर भेजकर धान बिजाई करने के लिए बुलाना शुरू कर दिया, लेकिन ट्रेनें कम होने से श्रमिकों का आगमन पहले की तरह नहीं हो रहा।

वहीं, पंजाब के किसानों को कठिन परिश्रम करनी पड़ रही है। कोरोना के कारण लॉकडाउन में लेबर गांवों को लौट गई। उन्हें वापस बुलाने के लिए किसानों को मुंह मांगे रेट, आधार कार्ड की कॉपी भेजनी पड़ रही है। कम लेबर के कारण बिजाई का रेट दोगुना हो गया है। यूपी बिहार से चलने से पहले ही श्रमिक रेट फाइनल करवा रहे हैं। इसके बाद एडवांस और आधार कार्ड मंगवा कर रेल टिकट लेकर आ रहे हैं।

3000 नहीं, अब 5500 प्रति एकड़ मांग रही लेबर

किसान गुरप्रीत सिंह गोलेवाल ने बताया कि 2019 में प्रति एकड़ 2500 से 3000 का रेट चल रहा था, जबकि इस बार लेबर सीधे 5000 से 5500 प्रति एकड़ रेट पर धान की बिजाई करने पर फिक्स हुई। कुछ किसान तो बस व अन्य गाड़ियां भेजकर लेबर को सीतामढ़ी के सिरसीआ, मदारीपुरी, रामपुर, पुपरी, बाजपट्टी, ललबंदी, बेथहा से ला रहे हैं। किसान राजवीर सिंह गिल ने बताया, इस बार धान बिजाई के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।

स्टेशन पर मेडिकल जांच के बाद बाहर जाने की एंट्री

रेल यात्रा करने के लिए शर्तो का पालन जरूरी है। रेल टिकट लेते समय आधार कार्ड के साथ जहां जाना है वहां का सत्यापित पत्र की कॉपी लगाने के बाद टिकट मिलती है। सफर के लिए दो घंटे पूर्व रेलवे स्टेशन में मेडिकल जांच करवा शाररिक दूरी के साथ ट्रेन का इंतजार करना होगा। बोगी में सीट के मुताबिक पैसेंजर की व्यवस्था है। जिस स्टेशन तक पहुंचना है उस स्टेशन पर आधार कार्ड व स्थाई पता का प्रमाणिक कार्ड दिखाने व मेडिकल जांच के बाद बाहर निकलने दिया जा रहा है।

सुलभ सफर के लिए सजगता जरूरी

फिरोजपुर रेल मंडल के ट्रैफिक इंस्पेक्टर आरके शर्मा ने कहा कि रेल सफर में हर यात्री को सजग रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि रेलवे की ओर से सभी व्यवस्था की गई हैं, जिसका यात्री लाभ उठाते हुए परेशानी से बचें।


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