GST में फर्जीवाड़ा: 158 करोड़ रुपये की बोगस बिलिंग मामले में नोएडा का व्यापारी गिरफ्तार
इस मामले में जांच के बाद एक सीए और अकाउंटेंट को पहले गिरफ्तार किया गया था। साथ ही उनके अधिकारियों ने नोएडा स्थित उनके विभाग के साथ वहां पर जांच की। इसमें पता चला कि उक्त दोनों फर्म अजय गुप्ता के नाम से रजिस्टर्ड हैं।
लुधियाना, जेएनएन। सेंट्रल जीएसटी लुधियाना कमिश्नरेट ने 158 करोड़ रुपये की बोगस बिलिंग मामले में नोएडा के एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि आरोपित ने जाली इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) के जरिए करोड़ों रुपये का घोटाला किया है। आरोपित ने अपनी पहचान छुपाने के लिए फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड का भी इस्तेमाल किया है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में इससे पहले लुधियाना के एक सीए और अकाउंटेंट को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। सीजीएसटी कमिश्नरेट लुधियाना के प्रिंसिपल कमिश्नर आशुतोष बरनवाल का कहना है कि उन्हें सूचना मिली थी कि दो फार्म मेसर्स ला मोड फैशन और मेसर्स डिसेंट फैशन आइटीसी के फर्जी चालान और धोखाधड़ी से लाखों रुपये का घोटाला कर रहे हैं।
इस मामले में जांच के बाद एक सीए और अकाउंटेंट को पहले गिरफ्तार किया गया था। साथ ही उनके अधिकारियों ने नोएडा स्थित उनके विभाग के साथ वहां पर जांच की। इसमें पता चला कि उक्त दोनों फर्म अजय गुप्ता के नाम से रजिस्टर्ड हैं, लेकिन हकीकत यह है कि अजय गुप्ता फर्जी पहचान थी।
असल में इसका मालिक राजेश कुमार है। 153.15 करोड़ की फर्जी इनवाइस व 17.11 करोड़ के फर्जी आइटीसी तैयार किए जांच में पता चला कि उक्त दोनों फर्म ने 153.15 करोड़ की फर्जी इनवाइस तैयार किए और 17.11 करोड़ के फर्जी आइटीसी तैयार किए। इन फर्जी आइटीसी के जरिए 2.90 करोड़ का रिफंड भी ले लिया गया। अफसरों के अनुसार नोएडा निवासी राजेश कुमार को गिरफ्तार करने के बाद उसे 11 दिसंबर तक के लिए रिमांड पर लिया गया है, ताकि करोड़ों रुपये के घोटाले मामले में जांच की जा सके।