कैप्टन अमरिंदर बाेले-मत्तेवाड़ा में Industrial Park के लिए नहीं लेंगे जंगल की एक इंच भी जमीन
लुधियाना के मत्तेवाड़ा में इंडस्ट्रियल पार्क का सपना अधूरा ही रह सकता है। पार्क की जमीन काे लेकर विवाद के बीच सीएम ने भी साफ कर दिया है कि निजी जमीन का अधिग्रहण नहीं होगा।
लुधियाना, चंडीगढ़, जेएनएन। लुधियाना के मत्तेवाड़ा में इंडस्ट्रियल पार्क बनाने के लिए जंगल की एक इंच जमीन भी नहीं ली जाएगी। फेसबुक पर अपने साप्ताहिक सेशन ‘आस्क कैप्टन’ में सीएम ने कहा कि मत्तेवाड़ा की वन भूमि को खराब करने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। इस इंडस्ट्रियल पार्क के लिए सरकार ने पशुपालन विभाग, बागवानी विभाग और ग्राम पंचायत से 955 एकड़ जमीन ली है। इस भूमि में मत्तेवाड़ा के 23 एकड़ में फैले जंगल का एक इंच हिस्सा भी हमने नहीं लिया है।
उन्होंने कहा कि लोगों की सहायता से सरकार ने पिछले साल श्री गुरु नानक देव के 550 साला प्रकाश पर्व पर 75 लाख नए पौधे लगाए थे। सरकार स्वयं पंजाब को हरित प्रदेश बनाने की इच्छुक है। इंडस्ट्रियल पार्क के कचरा निस्तारण पर कैप्टन ने कहा के क्षेत्र में एक आधुनिक कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य लुधियाना व आसपास के लोगों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न करना है।
नौकरी न मिलने पर जांच का आश्वासन
सौर ऊर्जा से चलने वाले पानी के पंप पर पूछे सवाल पर उन्होंने कहा कि इस योजना के दूसरे चरण में अन्य क्षेत्रों में भी सौर ऊर्जा चालित पंप लगाने को शामिल किया जाएगा। आतंकी हमले में अपने पिता को खोने वाली गुरप्रीत कौर के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस बात की जांच करवाएंगे कि राज्य सरकार की नीति के बावजूद वह सरकारी नौकरी पाने से वंचित कैसे रह गईं।
मत्तेवाड़ा जंगल समीप इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की निंदा
लुधियाना। मुखियमंत्री के अाश्वासन के बाद भी मत्तेवाड़ा जंगल बचाने के लिए एक बैठक रणजोध सिंह की अध्यक्षता में हुई। इसमें समाजसेवी संस्थाओं, साइकिलिंग ग्रुपों और अन्य संस्थाओं ने अपने विचार रखे। इस दौरान मत्तेवाड़ा जंगल के समीप इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की निंदा की गई और सरकार से अपील की गई कि वह जंगलों का क्षेत्र और बढ़ाएं और उन्हें कुदरती संसाधनों को बचाने के लिए सैर सपाटा बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पार्क बनाए।