लुधियाना में पराली नहीं जलाने के लिए किसानों को जागरूक करेंगे नोडल अफसर, हर सप्ताह हाेगी समीक्षा
जिला लोक संपर्क अधिकारी व रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव सोसायटी को भी सहायक नोडल अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया है। ब्लॉक स्तर पर बीडीपीओ नोडल अधिकारी होंगे वह किसानों को जागरुक करेंगे। एडीसी जनरल अमरजीत बैंस को नोडल आफिसर व मुख्य खेतीबाड़ी अधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
लुधियाना, जेएनएन। पराली को आग लगाने से रोकने के लिए जिला प्रशासन ने नोडल ऑफिसर नियुक्त किए है। डिप्टी कमिश्नर वरिंदर शर्मा ने बताया कि अधिकारियों की यह टीमें गांव गांव जाकर किसानों को इसके प्रति जागरूक करेंगी। एडीसी जनरल अमरजीत सिंह बैंस को नोडल ऑफिसर व मुख्य खेतीबाड़ी अधिकारी नरिंदर सिंह बैनीपाल को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
इनके साथ जिला लोक संपर्क अधिकारी व रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव सोसायटी को भी सहायक नोडल अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया है। ब्लॉक स्तर पर बीडीपीओ नोडल अधिकारी होंगे, वह किसानों को जागरुक करेंगे। अगर कोई किसान पराली जलाता है तो इसकी रिपोर्ट भेजने की जिम्मेदारी भी संबधित बीडीपीओ की होगी।
डीसी ने बताया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूल (एनजीटी) के निर्देश पर गठित की इस टीम की सप्ताह में एक बार मीटिंग होगी जो बीते सप्ताह पराली जलाने व इसके प्रति जागरूक करने की कार्यो की समीक्षा की जाएगी व भावी रणनीति तय होगी।
डीसी ने पराली जलाने पर लगाई है राेक
डिप्टी कमिश्नर वरिंदर शर्मा ने 30 नवंबर तक पराली जलाने पर पाबंदी के आदेश जारी किए हैं। डीसी ने बताया कि धारा 144 के तहत इसका सख्ती से पालन किया जाएगा। आमतौर पर फसल की कटाई कंबाइन द्वारा रात को की जाती है। इस पर भी पूर्ण पाबंदी रहेगी।
अकसर देखा गया है कि कंबाइन से काटी गई फसल के अवशेष को किसान जला देते हैं,जिससे पर्यावरण संतुलन तो बिगड़ता ही है वहीं आसपास की फसल, घर, वृक्ष, पशु इत्यादि को आग लगने का खतरा बना रहता है। इससे तभी बचाव हो सकता है अगर किसान पराली को जलाना छोड़ दे।