जीवन नइया मझधार में फंसी, उसे आप ने ही पार लगाना है : नरेश सोनी
प्रार्थना सभा में नरेश सोनी ने परम पिता परमात्मा व पूज्य गुरु जनों के चरणों में सभी साधकों के लिए आशीर्वाद मांगा।
संसू, लुधियाना : प्रार्थना सभा में नरेश सोनी (भाई साहिब) ने परम पिता परमात्मा व पूज्य गुरुजनों के चरणों में सभी साधकों के लिए आशीर्वाद मांगा और प्रार्थना की 'हे परमपिता परमेश्वर आप से आप की कृपा प्राप्त करने आप के दरबार मे आएं हैं।
प्रभु आप की कृपा प्राप्त करने के लिए हमने जितना भी राम नाम का जप सिमरन किया है वह आप के श्री चरणों में अर्पित है, उसे स्वीकार कीजिएगा। हमें सुखी, स्वस्थ और सम्मानित जीवन प्रदान कीजिएगा। हमारी जीवन नइया मझधार में फंसी हुई है उसे आप ने ही पार लगाना है। हम आप के दरबार में हाथ जोड़ कर आये हैं। हमारे अपराधों को आप ने ही क्षमा करना है। हम जैसे भी हैं आप के दास हैं।
आप करुणा निधान हैं। आप समर्थ हैं और क्षमा वान हैं। पाप करते हुए हमने कभी नही सोचा पर हमें विश्वास है आप हम बालकों को क्षमा कर देंगे। हमें अपने चरणों में लगाएंगे। हम आप की रजा में ही राजी हैं। हम सब का मंगल कीजिएगा। सोनी ने कहा कि प्रार्थना ही आशा है विश्वास है और यही एक भरोसा है। राम नाम जप, सिमरन, ध्यान सभी तीर्थो से भी उत्तम है। हर व्यक्ति के मन में कोई न कोई पीड़ा है। हमें दूसरों की ओर न देखते हुए अपने कर्मो की ओर देखना है। हमें गुरु चरणों में बैठकर अपने द्वारा हुई भूलों को क्षमा करवाना है। हमें कभी अपने कर्तापन का अभिमान नहीं करना चाहिए। भगवान के आगे सदा समर्पण करना है। साधक में सादगी होनी चाहिए और उसकी कमाई पवित्र होनी चाहिए। हमें सदैव परमेश्वर से अपने द्वारा जाने अनजाने में हुई भूलचूक को क्षमा करवाने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। परमेश्वर है और वह हमारी प्रार्थना सुनता है, इसका हमें पूर्ण विश्वास रखना चाहिए। इसलिए अपने मन में विश्वास की ज्योत को जगाना है। विश्वास पूर्ण भक्त सदैव यही भाव मन में रखता है कि वही एक परमेश्वर मेरे दुखों को दूर करने वाला है, मेरे कष्टों को हरने वाला है। सोनी ने सूचित किया कि 17 नवंबर रविवार से रविवार की साप्ताहिक सभा का समय अब प्रात: काल 9 बजे से 10.15 बजे का होगा।