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लुधियाना में Axis Bank के पांच कर्मियों ने उड़ाए थे 35 लाख, पता चलने पर कर दी जमींदार की हत्या

पुलिस ने दो साल पहले हुई जमींदार की हत्या के मामले में बड़ा मामला उजागर किया है। एक्सिस बैंक के पांच कर्मियों ने मिलकर जमींदार के खाते से 35 लाख रुपये उड़ा लिए थे। इसका पता जमींदार को लगा तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने की धमकी दी।

By Edited By: Published: Sat, 03 Oct 2020 06:45 AM (IST)Updated: Sat, 03 Oct 2020 10:12 AM (IST)
लुधियाना में Axis Bank के पांच कर्मियों ने उड़ाए थे 35 लाख, पता चलने पर कर दी जमींदार की हत्या
लुधियाना पुलिस ने जमींदार की हत्या के मामले में बड़ा मामला उजागर किया है। (फाइल फाेटाे)

लुधियाना, जेएनएन। पुलिस ने दो साल पहले हुई जमींदार की हत्या के मामले में बड़ा मामला उजागर किया है। एक्सिस बैंक के पांच कर्मियों ने मिलकर जमींदार के खाते से 35 लाख रुपये उड़ा लिए थे। इसका पता जमींदार को लगा तो उसने इन कर्मियों को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने की धमकी दी। इसी कारण एक्सिस बैंक के कैशियर ने अपने मौसेरे भाई के साथ मिलकर जमींदार की हत्या कर दी।

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थाना डेहलों पुलिस ने इस मामले में कैशियर और उसके मौसेरे भाई को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब उस हत्या के दो साल बाद इसकी वजह सामने आई है। पुलिस ने हरकृष्ण नगर की गली नंबर दो निवासी वीर आकर्षित मोदगिल, जीरकपुर के हाईलैंड पार्क निवासी निधि, हिमाचल प्रदेश के मंडी निवासी करण कपूर, अमृतसर के कटड़ा आहलुवालिया निवासी रवनीत चोपड़ा तथा सुधार निवासी सबा खान के खिलाफ केस दर्ज किया। एसएचओ सुखदेव सिंह ने बताया कि कैशियर वीर आकर्षित मोदगिल और उसका मौसेरा भाई पहले से इस मामले में जेल में बंद हैं। अब बाकी चार आरोपितों की तलाश की जा रही है।

कैशियर ने सहकर्मियों की मदद से चेक पर जमींदार के फर्जी साइन कर निकलवाए थे रुपये

गांव बुलारा के कनाल व्यू इंक्लेव निवासी गुरप्रीत ¨सह की शिकायत पुलिस ने केस दर्ज किया। मार्च 2019 में उसने पुलिस कमिश्नर को बताया था कि उसके पिता अलबेल सिंह जमींदार थे। उन्होंने एक्सिस बैंक में अपनी लिमिट बनाई हुई थी। आरोपित कैशियर वीर आकर्षित मोदगिल ने अपने सहकर्मियों की मदद से 2016 से 2018 के दौरान अलग-अलग तारीखों पर चेक पर पिता के फर्जी साइन करके 35 लाख रुपये निकलवा लिए। इस बात का पता जब उसके पिता को चला तो उन्होंने आरोपित से मिलकर पैसे वापस करने को कहा। उन्होंने ऐसा नहीं किया तो पिता ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की धमकी दी। उसकी धमकी से घबराए वीर आकर्षित ने मौसेरे भाई के साथ मिलकर उसके पिता को फैसला करने के लिए बुलाया। फिर वहां पर चाकू मारकर उनकी हत्या कर शव डेहलों के पास नहर में फेंक दिया।

वीर को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी पुलिस

इंस्पेक्टर सुखदेव सिंह ने कहा कि वर्ष 2018 में पिता की हत्या के समय भी गुरप्रीत ने यह बात कही थी, मगर उसकी बात की सच्चाई जानने के लिए मामले की छानबीन करना जरूरी था। अधिकारियों ने जब मामले की जांच पड़ताल की तो आरोप सही पाए गए। अब केस दर्ज करके आरोपितों की तलाश की जा रही है। वीर आकर्षित को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा।


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