उत्तर भारत की दूसरी सबसे बड़ी फ्रूट-सब्जी मंडी में आने से डरते हैं ग्राहक, जानें क्या है वजह
लुधियाना की फ्रूट-सब्जी मंडी में आने से ग्राहक अब कतराने लगे हैं। वजह है यहां पार्किंग के नाम पर की जा रही मनमानी अवैध वसूली।
डीएल डॉन, लुधियाना। उत्तर भारत में दिल्ली के बाद सबसे बड़ी फ्रूट-सब्जी मंडी लुधियाना मे हैं पर आज यहां आने से ग्राहक डरने लगे हैं। कारण यह मंडी में पार्किंग के नाम पर होने वाली अवैध वसूली। मंडी में ग्राहकों से जबरन वसूली जारी है। पार्किंग कर्मी दो पहिया वाहन के 50 रूपये तक वसूल रहे हैं। लोगों का कहना है वे मंडी में सस्ते दामों में समान खरीदने आते है लेकिन टू व्हीलर और बड़े ट्रकों से मनमानी वसूली होने पर फायदा के बजाय घाटा होता है। जब लोग विरोध जताते है तो पार्किंग वर्कर लडऩे पर उतारू हो जाते हैं।
मंडी में दुकान चलाने वालों का कहना है कि जबरन ज्यादा पार्किंग वसूली के कारण लोग अब मंडी में आने से कतराने लगे हैं। मंडी में पार्किंग का कोई स्थान फिक्स नहीं है। लोग सड़क किनारे बाइक लगा कर घरेलू सब्जी लेने मंडी में जाते है और सौ-दो सौ की सब्जी लेकर लौटते है तो पर्किंग कर्मी उनसे 20 से 50 रूपये का डिमांड करता है। विरोध करने पर वह मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं। मंडी में पार्किंग को लेकर माफियागिरी इतनी बढ़ गई है कि अगर पार्किंग कर्मी किसी को पीटता है तो कोई बचाने तक नहीं आता।
बड़े ट्रक वालों से लेते हैं 1000 रुपये तक
जसवंत नगर निवासी केवल सोनी, दीपक कुमार ने कहा कि फ्रूड-सब्जी मंडी में पहुंचने वालों से मनमानी वसूली की जा रही है। बड़े ट्रक वालों से 200 से 1000 तक, छोटा हाथी या अन्य वैन से 100 से 500 तक, मोटर साइकिल वालों से 20 से 50 रूपये तक, साइकिल वालों से 20 से 30 रूपये तक वसूली हो रहा है। रविवार को वे दोनों घरेलू सब्जी लेने गए थे। बाइक लगाने के बाद आधे घंटे में सब्जी खरीद कर बाहर निकलने लगे तो पार्किंग कर्मी ने उनसे 20 रूपये मांगने लगा। उन्होंने कहा कि वह कोई व्यापार करने के लिए सब्जी लेने नहीं आया। थैले में देख लो घरेलू सब्जियां है। कर्मी ने कहा कि सब्जियां जो मर्जी लो यहां आने पर पार्किंग देना होगा। कर्मी ने 20 रूपये वसूले।