लुधियाना में मिनिस्टिरियल स्टाफ ने पैदल मार्च निकाल सरकार के खिलाफ निकाली भड़ास, काले कपडे़ पहन जताया विरोध
लुधियाना में पंजाब स्टेट मिनिस्टिरियल सर्विसेज यूनियन के बैनर तले शुक्रवार को सरकारी कर्मचारियों ने पैदल मार्च निकाला। कर्मचारियों ने हाथ में बैनर एवं पोस्टर थाम रखे थे। मिनिस्टिरियल स्टाफ की हड़ताल के कारण सरकारी दफ्तरों में कामकाज भी प्रभावित रहा।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। लुधियाना में पंजाब स्टेट मिनिस्टिरियल सर्विसेज यूनियन के बैनर तले शुक्रवार को सरकारी कर्मचारियों ने पैदल मार्च निकाला। इस दौरान यूनियन के पदाधिकारियों ने विरोध स्वरूप काले कपड़े पहने और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पैदल मार्च वाले मार्ग पर यातायात भी प्रभावित रहा। कर्मचारियों ने हाथ में बैनर एवं पोस्टर थाम रखे थे। मिनिस्टिरियल स्टाफ की हड़ताल के कारण सरकारी दफ्तरों में कामकाज भी प्रभावित रहा। उधर, यूनियन ने साफ किया है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर शीघ्र ही विचार नहीं किया तो संघर्ष और तेज किया जाएगा। अपने हकों के लिए मुलाजिम लंबी लड़ाई के लिए भी तैयार हैं।
यूनियन का यह पैदल मार्च रानी झांसी रोड स्थित पीडब्यूडी दफ्तर से शुरू हुआ। इसके बाद मुलाजिम फव्वारा चौक, माल रोड, भारत नगर चौक हाेते हुए मिनी सचिवालय पहुंचे। मिनी सचिवालय में खजाना दफ्तर के समक्ष मुलाजिम रैली कर रहे हैं। इसमें सरकार के खिलाफ जम कर भड़ास निकाली जा रही है। मुलाजिमों ने साफ कर दिया है कि वे अब पीछे नहीं हटेंगे। यूनियन के बैनर तले मुलाजिम अपनी मांगों को लेकर लंबे अर्से से आंदोलन कर रहे हैं। यूनियन के बैनर तले यह हड़ताल आठ अक्तूबर से लगातार जारी है।
यूनियन की मांग है कि छठे वेतन आयोग में एक जनवरी 2016 के बाद भर्ती मुलाजिमों के वेतन में कम से कम पंद्रह फीसद इजाफा किया जाए। सरकार ने छठे वेतन आयोग में सभी नए एवं पुराने मुलाजिमों को प्रारंभिक वेतन में कम से कम पंद्रह फीसद वृद्धि देने का जिक्र किया था, लेकिन सरकार का यह दावा भी खोखला ही निकला। यूनियन से बातचीत में सरकार ने वादा किया था कि एक जनवरी 2016 के बाद भर्ती हुए मुलाजिमों की केलकुलेशन की नोटिफिकेशन जल्द ही जारी की जाएगी, लेकिन सरकार की ओर से पंद्रह फीसद संबंधी जारी नोटिफिकेशन में एक जनवरी 2016 के बाद भर्ती मुलाजिमों का जिक्र नहीं किया गया। इस पैदल मार्च में जिला प्रधान संजीव कुमार, एपी माेर्य, अमित अरोड़ा समेत कई मुलाजिम मौजूद रहे।