कब्जाधारी ने खुद पर पेट्रोल डाल किया आत्मदाह का प्रयास, आधी कार्रवाई छोड़ लौटी निगम की टीम Ludhiana News
निगम अफसरों से जमकर बहस हुई। धीरे-धीरे हंगामा शुरू हो गया। निगम अफसर फिर भी कार्रवाई करते रहे। तभी दीपक बांसल ने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह करने की कोशिश की।
लुधियाना, जेएनएन। शहीद सुखदेव थापर के पुश्तैनी घर नौघरा के लिए चौड़ा बाजार से जाने वाले रास्ते में बने घर को हटाने के लिए पहुंचे निगम अफसरों को भारी विरोध झेलना पड़ा। घटों चली बहस के बाद मकान मालिक दीपक बांसल ने खुद पर पेट्रोल डाल आत्मदाह करने का प्रयास किया। वक्त रहते पुलिस मुलाजिमों ने उसे पकड़ लिया और निगम की टीम को कार्रवाई बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा।
नौघरा के लिए चौड़ा बाजार से जाने वाले रास्ते में बने घर को हटाने के लिए अदालत में केस चल रहा था। निगम अफसर बार-बार नोटिस जारी कर मकान में रहने वाले कारोबारी दीपक बांसल को घर खाली करने को कह रहे थे, लेकिन दीपक के पास कोर्ट का स्टे था। दो दिन पहले स्टे खत्म हुआ और कोर्ट ने निगम अफसरों को कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए। शुक्रवार की दोपहर निगम अफसर भारी पुलिस बल के साथ कार्रवाई करने पहुंचे और दीवार व अन्य अतिक्रमण तोड़ने लगे तो दीपक बांसल व उसके सहयोगियों ने विरोध करना शुरू कर दिया।
इस दौरान निगम अफसरों से जमकर बहस हुई। धीरे-धीरे हंगामा शुरू हो गया। निगम अफसर फिर भी कार्रवाई करते रहे। तभी दीपक बांसल ने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह करने की कोशिश की, जिसके बाद निगम अफसरों ने कार्रवाई रोकी। तब तक निगम कर्मी बाथरूम व दीवार का एक हिस्सा तोड़ चुके थे।
दीपक बांसल का कहना है कि निचली अदालत में उनका केस चल रहा था और उनके पास स्टे था। दो दिन पहले स्टेट खत्म हो गया और अब उन्होंने हाईकोर्ट में स्टे के लिए आवेदन किया है, लेकिन निगम अफसर बिना किसी आदेश की कॉपी लिए कार्रवाई करने में जुट गए। उन्होंने कहा कि अफसर मौके पर किसी तरह के आदेश नहीं दिखा पाए। उन्होंने कहा कि निगम अफसरों ने जब उनकी बात नहीं सुनी तो उन्हें विरोध के लिए यह रास्ता अपनाना पड़ा।
रिश्वत नहीं देने पर की कार्रवाई
दीपक बांसल ने निगम अफसरों पर आरोप लगाए कि उन्होंने कार्रवाई न करने की एवज में उनसे रिश्वत मांगी थी। जब रिश्वत देने से मना किया तो वह ट्रस्ट के पदाधिकारियों के पास गए और उन्होंने अफसरों को मोटी रिश्वत दी, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई। वहीं निगम अफसरों ने मकान मालिक के आरापों को सिरे से नकार दिया।
ट्रस्ट को कोई लेना-देना नहीं: अशोक थापर
शहीद सुखदेव थापर मेमोरियल ट्रस्ट के चेयरमैन अशोक थापर का कहना है कि यह झगड़ा नगर निगम और निगम की जगह पर बने मकान के मालिकों का है। इसमें ट्रस्ट कुछ भी लेना देना नहीं है।
निगम की गली पर कब्जा हटाने गई थी टीम
जोन ए के एटीपी हरविंदर हनी का कहना है कि कोर्ट ने कब्जा करने वालों का स्टे खत्म कर दिया है। हमें कोर्ट से आदेश मिला था। इसलिए मकान तोड़ना था। इसके लिए वह भारी पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। निगम की जगह पर जो कब्जा हुआ था उसमें से ज्यादातर तोड़ दिया गया। कब्जाधारियों की तरफ से विरोध किया गया। इसके बावजूद निगम ने अपनी कार्रवाई की। विरोध ज्यादा होने के कारण टीम को वापस लौटना पड़ा।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें