मेयर की पुरानी गाड़ी पर कई अफसरों नजर, साहब नई देने को भी तैयार
सीनियर डिप्टी मेयर सीधे मेयर से पुरानी गाड़ी की डिमांड नहीं रख पाए तो कांग्रेस पार्षद ने मेयर को बैठक में कह दिया कि मेयर साहब अब अपनी पुरानी गाड़ी सीनियर डिप्टी मेयर को दे दीजिए।
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। मेयर बलकार संधू व निगम कमिश्नर कंवलप्रीत कौर बराड़ के लिए निगम ने दो नई इनोवा खरीद ली। मेयर ने अब नई गाड़ी में घूमना शुरू कर दिया। वहीं उनकी पुरानी गाड़ी पर कई अफसरों व निगम में ओहदे संभाल रहे लोगों की नजर है। जिनमें सीनियर डिप्टी मेयर शाम सुंदर मल्होत्रा भी शामिल हैं। सीनियर डिप्टी मेयर सीधे मेयर से पुरानी गाड़ी की डिमांड नहीं रख पाए तो कांग्रेस के एक पार्षद ने मेयर को बैठक में कह दिया कि मेयर साहब अब अपनी पुरानी गाड़ी सीनियर डिप्टी मेयर को दे दो। जिसके बाद सीनियर डिप्टी मेयर ने भी मेयर को मजाक में कह दिया कि अब तो गाड़ी मिलनी ही चाहिए। जिस पर मेयर ने चुटकी लेते कहा सीनियर डिप्टी मेयर साहब पुरानी क्या नई गाड़ी भी आपकी ही है। जब इच्छा हो गाड़ी ले जाओ। उधर कमिश्नर की गाड़ी पर भी कई अफसर नजर जमाए बैठे हैं।
संयम के ‘संयम’ से पार्षद परेशान
किसी भी व्यक्ति को उसकी आलोचना या फिर खिलाफत पर गुस्सा आना स्वाभाविक है। लेकिन निगम के एडीशनल कमिश्नर संयम अग्रवाल ऐसे अफसर हैं जिनपर आलोचना या शिकायत का असर नहीं होता। हाउस मीटिंग हो या फिर अन्य कोई बैठक वह हमेशा पार्षदों के निशाने पर रहते हैं। यहां तक कि सत्ता पक्ष के कई पार्षद तो हाउस की बैठक में उन्हें हटाने की बात भी कर चुके हैं। इसके अलावा मेयर कैंप ऑफिस में होने वाली बैठक में भी उनको खूब भला बुरा कह चुके हैं। लेकिन संयम का यह ‘संयम’ ही है कि उन पर सवाल खड़े करने वालों को जवाब तो देते हैं और उसके बाद हंसकर बात टाल भी देते हैं। एडीशनल कमिश्नर की इस हंसी से सत्तापक्ष व विपक्ष सभी परेशान हैं। पार्षदों का कहना है कि यह अफसर न जाने किस मिट्टी का बना है। वहीं कुछ कहते हैं कि वहह परफेक्ट आइएएस हैं।
मेयर का गमछा आया चर्चा में
कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनना जरूरी है। बिना मुंह ढके आप घर से बाहर नहीं निकल सकते। पुलिस इन दिनों मुंह ढके बिना निकलने वाले लोगों का चालान कर रही है। मेयर बलकार सिंह संधू पहले मास्क पहनकर फील्ड में निकल रहे थे लेकिन अब उन्होंने मास्क की जगह मुंह लपेटने के लिए गमछा लेना शुरू कर दिया है। मेयर के बाल और दाड़ी आजकल मोदी स्टाइल में है। ऊपर से उन्होंने गमछा पहन लिया। जिससे निगम में आजकल मेयर की ‘गमछा लुक’ चर्चा का विषय बनी हुई है। हाल ही में कांग्रेस के एक वरिष्ठ पार्षद ने बैठक के दौरान मेयर को कह दिया कि दाड़ी, बालों का स्टाइल पहले ही मोदी की तरह है और अब गमछा भी मोदी जैसा रख लिया। जिसके बाद वहां बैठे अन्य लोगों ने भी कहना शुरू कर दिया कि मेयर साहब सच में मोदी की तरह लग रहे हो।
थाने की तरफ झांक नहीं रहे
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिल्ली से रेलवे पुलिस के 80 जवान आए। इनमें से पांच दर्जन के करीब पॉजिटिव आ गए थे। आरपीएफ के यह जवान दिल्ली से आकर रेलवे स्टेशन स्थित आरपीएफ थाने में नहीं गए थे। अब यह जवान कोरोना को मात देकर दिल्ली लौट गए लेकिन आरपीएफ थाने में कोरोना का ऐसा खौफ है कि ना तो स्टेशन के अफसर उस तरफ जा रहे हैं और ना ही कोई कर्मचारी। हालात यह हैं कि आरपीएफ थाने की तरफ लोग झांक भी नहीं रहे हैं। जो लोग ट्रेन से आ रहे हैं वह भी जवानों से दूरी बनाकर चल रहे हैं। आरपीएफ के इंस्पेक्टर अनिल कुमार लोगों को समझा रहे हैं कि शारीरिक दूरी बनाना बिल्कुल सही है लेकिन आरपीएफ थाने में कोई कोरोना संRमित नहीं था। जो जवान संRमित थे वह दिल्ली से आए थे और अब स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।