रिश्तेदार से लिए थे 15 लाख उधार, लौटाने की बजाय शख्स ने रचा लूट का ड्रामा
पत्नी को विदेश भेजने के लिए रिश्तेदार से लिए पैसे न लौटाने पड़ें इसलिए गांव लसोई के जमींदार ने कैश लूट की झूठी कहानी रच दी।
By Edited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 05:45 AM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 01:07 PM (IST)
जासं, लुधियाना। पत्नी को विदेश भेजने के लिए रिश्तेदार से लिए पैसे न लौटाने पड़ें, इसलिए गांव लसोई के जमींदार ने कैश लूट की झूठी कहानी रच दी। वह रिश्तेदार को फोन करके पैसे लौटाने का कहकर घर से एक्टिवा पर निकला था। लुधियाना में नाके पर आकर लूट की वारदात संबंधी बताया। तीन थानों की पुलिस वारदात को सुलझाने में लग गई। उसके द्वारा बनाई कहानी में कई छेद थे और इसी में वह उलझ गया और जांच में पता चला कि यह पूरी कहानी झूठी थी।
लूट की झूठी कहानी
सतनाम सिंह निवासी गांव लसोई ने पुलिस को बताया था कि वीरवार सुबह 10.45 मिनट पर एक्टिवा पर दक्षिण बाईपास रोड से गांव झमट में किसी को 15 लाख रुपये देने जा रहा था। कलगीधर एकेडमी के पास उसकी एक्टिवा के सामने फॉर्च्यूनर और इनोवा कार आकर रुकी। उसमें से एक व्यक्ति ने लुधियाना का रास्ता पूछा और फिर रिवाल्वर दिखाकर एक्टिवा छीनने लगा। उसने एक्टिवा की डिग्गी से पैसे निकालकर भागने का प्रयास किया तो लुटेरों ने उससे नकदी का बैग छीना और फरार हो गए। उसने फॉर्च्यूनर का एक्टिवा से पीछा किया और लुधियाना तक पहुंच इसकी शिकायत नाके पर पुलिस को दी। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसने ये पैसे पत्नी के विदेश जाने के लिए एजेंट को देने के लिए रखे थे। वीजा की अर्जी रद होने के बाद उसने यह पैसे लौटाने थे।
तीन थानों की पुलिस ने शुरू की जांच
दक्षिण बाईपास पर 15 लाख की लूट के मामले में मौके पर लुधियाना, डेहलों और दोराहा थाना के प्रभारी एसएचओ करनैल सिंह जांच के लिए पहुंचे। पूरा रूट चेक किया गया। पुलिस ने कई सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं। इससे शक की सुई सतनाम पर ही जा रही थी।
अपने ही सवालों में उलझा शिकायतकर्ता
सतनाम की पूरी कहानी ने उसे ही सवालों में घेर दिया। उसने पुलिस को बताया कि उसने डिग्गी खोली और पैसे निकालने लगा तो लूट हुई। यह बात पुलिस को हजम नहीं हुई, क्योंकि उसके साथ गांव अजनोद में लूट हुई और इससे चार किलोमीटर की दूरी पर डेहलों पुल पर पुलिस का नाका लगा था। वह वहां नहीं गया बल्कि पंद्रह किलोमीटर तक फॉर्च्यूनर और इनोवा का एक्टिवा से पीछा करता रहा और लुधियाना पहुंच नाके पर पुलिस को सूचना दी।
सीधे रास्ते की बजाय गांवों में जा रहा था
यही नहीं आरोपित ने जिस गांव में पैसे देने थे, उस गांव को सीधा रास्ता जाता है मगर वह गांवों में होते हुए गलत रास्ते से जा रहा था। जांच में यह बात भी सामने आई कि उसने एक्टिवा में साठ रुपये का तेल डलवाया था और सीसीटीवी फुटेज में वह बेहद धीमी रफ्तार में जा रहा है। फुटेज से ऐसा नहीं लग रहा कि वह किसी गाड़ी का पीछा कर रहा था। पुलिस ने जब उसे कहा कि चुनाव आचार संहिता लगी होने के कारण इतने पैसे नहीं लेजा सकता है और इसका केस उस पर ही दर्ज किया जाएगा तो वह डर गया था, यही नहीं पुलिस ने उसके पिता, पत्नी और उससे अलग अलग बिठाकर पूछताछ की। तीनों के ही ब्यान एक दूसरे से मेल नहीं खा रहे थे। जब इस बारे में भी उसे बताया गया तो वह टूट गया था।
हम कई पहलुओं पर जांच कर रहे: एसएचओ
दोराहा के एसएचओ इंस्पेक्टर करनैल सिंह ने कहा कि हम इस संबंधी में कई पहलुओं पर जांच कर रहे हैं। पूरे रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं। शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए बयान, वारदात के साथ मेल नहीं खा रहे हैं। अभी औपचारिक पूछताछ में सामने आया है कि लूट की वारदात हुई ही नहीं है। पता चला है कि सतनाम की पत्नी को विदेश भेजने के लिए परिवार ने पैसे किसी से लिए थे, जब पत्नी का वीजा की फाइल रिजेक्ट हो गई तो रिश्तेदार उससे पैसे मांग रहे थे। वह पैसे देने नहीं चाहता था और इसी लिए उसने ड्रामा रचा हो सकता है। हम इस पर जांच कर रहे हैं। जल्द ही सब कुछ सामने होगा।
लूट की झूठी कहानी
सतनाम सिंह निवासी गांव लसोई ने पुलिस को बताया था कि वीरवार सुबह 10.45 मिनट पर एक्टिवा पर दक्षिण बाईपास रोड से गांव झमट में किसी को 15 लाख रुपये देने जा रहा था। कलगीधर एकेडमी के पास उसकी एक्टिवा के सामने फॉर्च्यूनर और इनोवा कार आकर रुकी। उसमें से एक व्यक्ति ने लुधियाना का रास्ता पूछा और फिर रिवाल्वर दिखाकर एक्टिवा छीनने लगा। उसने एक्टिवा की डिग्गी से पैसे निकालकर भागने का प्रयास किया तो लुटेरों ने उससे नकदी का बैग छीना और फरार हो गए। उसने फॉर्च्यूनर का एक्टिवा से पीछा किया और लुधियाना तक पहुंच इसकी शिकायत नाके पर पुलिस को दी। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसने ये पैसे पत्नी के विदेश जाने के लिए एजेंट को देने के लिए रखे थे। वीजा की अर्जी रद होने के बाद उसने यह पैसे लौटाने थे।
तीन थानों की पुलिस ने शुरू की जांच
दक्षिण बाईपास पर 15 लाख की लूट के मामले में मौके पर लुधियाना, डेहलों और दोराहा थाना के प्रभारी एसएचओ करनैल सिंह जांच के लिए पहुंचे। पूरा रूट चेक किया गया। पुलिस ने कई सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं। इससे शक की सुई सतनाम पर ही जा रही थी।
अपने ही सवालों में उलझा शिकायतकर्ता
सतनाम की पूरी कहानी ने उसे ही सवालों में घेर दिया। उसने पुलिस को बताया कि उसने डिग्गी खोली और पैसे निकालने लगा तो लूट हुई। यह बात पुलिस को हजम नहीं हुई, क्योंकि उसके साथ गांव अजनोद में लूट हुई और इससे चार किलोमीटर की दूरी पर डेहलों पुल पर पुलिस का नाका लगा था। वह वहां नहीं गया बल्कि पंद्रह किलोमीटर तक फॉर्च्यूनर और इनोवा का एक्टिवा से पीछा करता रहा और लुधियाना पहुंच नाके पर पुलिस को सूचना दी।
सीधे रास्ते की बजाय गांवों में जा रहा था
यही नहीं आरोपित ने जिस गांव में पैसे देने थे, उस गांव को सीधा रास्ता जाता है मगर वह गांवों में होते हुए गलत रास्ते से जा रहा था। जांच में यह बात भी सामने आई कि उसने एक्टिवा में साठ रुपये का तेल डलवाया था और सीसीटीवी फुटेज में वह बेहद धीमी रफ्तार में जा रहा है। फुटेज से ऐसा नहीं लग रहा कि वह किसी गाड़ी का पीछा कर रहा था। पुलिस ने जब उसे कहा कि चुनाव आचार संहिता लगी होने के कारण इतने पैसे नहीं लेजा सकता है और इसका केस उस पर ही दर्ज किया जाएगा तो वह डर गया था, यही नहीं पुलिस ने उसके पिता, पत्नी और उससे अलग अलग बिठाकर पूछताछ की। तीनों के ही ब्यान एक दूसरे से मेल नहीं खा रहे थे। जब इस बारे में भी उसे बताया गया तो वह टूट गया था।
हम कई पहलुओं पर जांच कर रहे: एसएचओ
दोराहा के एसएचओ इंस्पेक्टर करनैल सिंह ने कहा कि हम इस संबंधी में कई पहलुओं पर जांच कर रहे हैं। पूरे रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं। शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए बयान, वारदात के साथ मेल नहीं खा रहे हैं। अभी औपचारिक पूछताछ में सामने आया है कि लूट की वारदात हुई ही नहीं है। पता चला है कि सतनाम की पत्नी को विदेश भेजने के लिए परिवार ने पैसे किसी से लिए थे, जब पत्नी का वीजा की फाइल रिजेक्ट हो गई तो रिश्तेदार उससे पैसे मांग रहे थे। वह पैसे देने नहीं चाहता था और इसी लिए उसने ड्रामा रचा हो सकता है। हम इस पर जांच कर रहे हैं। जल्द ही सब कुछ सामने होगा।
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