तबादलों को लेकर लुधियाना के अध्यापकों में गुस्सा, डीईओ एलीमेंटरी के खिलाफ प्रदर्शन
पहली ट्रांसफर के दौरान अध्यापकों को अपने नए स्टेशनों पर हाजिर होने के बाद पुराने स्कूलों में डेपूटेशन पर काम करने का फरमान सुनाया गया था। डीईओ दफ्तर की ओर से अब इन अध्यापकों को वापस नहीं बुलाया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, जगराओं। जिला शिक्षा अफसर एलीमेंटरी जसविंदर कौर ग्रेवाल बाहरी जिलों के अध्यापकों के ट्रांसफर को लेकर सचिव शिक्षा पंजाब के आदेश मानने से इनकार करके शिक्षकों को परेशान कर रहे हैं। यह आरोप अध्यापक यूनियन के नेता इंद्रजीत सिंह सिद्धु, बाल कृष्ण, अश्वनी कुमार व सुखदेव सिंह हठूर ने लगाया है। उन्होंने कहा कि बाहरी जिलों के कई अध्यापकों की बदली लुधियाना के स्कूलों में हुई थी। अपने करीब दो वर्ष पूरे होने पर उन्हें अपने जिले के नजदीक के स्कूलों में ट्रांसफर करके भेजा गया था। इन ट्रांसफर के दौरान अध्यापकों को अपने नए स्टेशनों पर हाजिर होने के बाद पुराने स्कूलों में डेपूटेशन पर काम करने का फरमान सुनाया गया। इसके बाद सारे अध्यापक अपने पुराने स्कूलों में वापस चले गए। दोबारा ट्रांसफर हुए तो उन स्टेशनों पर अन्य अध्यापकों ने बदली करवा ली। इससे वहां पहले ही डेपूटेशन पर काम करते अध्यापक सरपलस हो गए।
विभाग ने इस समस्या को हल करने के लिए जिला शिक्षा अफसरों को आदेश जारी किए थे। सूबे के कई जिलों में डीईओ ने दूर-दूर से आने-जाने वाले अध्यापकों को पहले क्रम की ट्रांस्फर तहत फारग करके ब्लाक शिक्षा अफसरों को लिखित आदेश देकर अध्यापकों को अपने जिलों में नजदीक स्कूलों में हाजिर होने के लिए कहा। परन्तु जिला लुधियाना के जिला शिक्षा अफसर ने इस आदेश को अभी तक लागू नही किया गया। जिस कारण अध्यापक निराश हैं। दूसरे जिलों की तरह लुधियाना शिक्षा विभाग आफिस की ओर से ऐसा कोई लेटर नहीं निकाला गया। इससे जिले में सरप्लस बैठे अध्यापक फारिग हो सकें।
टीचर यूनियन ने मांग की कि बाहरी जिलों में जाने वाले ऐसे सरपलस अध्यापकों को फारग करने संबंधी अपने जिले की ओर से भी आदेश जारी किए जाएं। इस संबंधी जिला शिक्षा अधिकारी एलीमेंटर जसविंदर कौर ग्रेवाल को फोन किया तो संपर्क नही हो सका।