नवजीवन की ओपनिंग पर सांसद व सिविल सर्जन के अलग-अलग राग
सिविल अस्पताल की सराय में खोले जाने वाले नवजीवन नशा छुड़ाओ केंद्र की ओपनिंग को लेकर असमंजस बना हुआ है। शनिवार को इसे खोला जाना था मगर स्टाफ की भर्ती न होने के कारण इसे रोकना पड़ा।
दिलबाग दानिश, लुधियाना
सिविल अस्पताल की सराय में खोले जाने वाले नवजीवन नशा छुड़ाओ केंद्र की ओपनिंग को लेकर असमंजस बना हुआ है। शनिवार को इसे खोला जाना था मगर स्टाफ की भर्ती न होने के कारण इसे रोकना पड़ा। सांसद रवनीत बिट्टू ने अभी नई तारीख नहीं दी है, जबकि सिविल सर्जन डॉ. परमिंदर सिंह सिद्धू का कहना है कि नशा छुड़ाओ केंद्र सोमवार को खुल जाएगा।
दरअसल सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने आनन-फानन में फैसला लिया था कि सिविल अस्पताल की सराय में 40 बेड लगाकर नशा छुड़ाओ केंद्र बनाया जाएगा। इसके लिए शनिवार के दिन का भी एलान कर दिया गया, मगर स्टाफ कैसे भर्ती होगा इस तरफ ध्यान ही नहीं दिया गया। अब जब स्टाफ नहीं मिल रहा है तो सेंटर चलाना खोलना नामुमकिन सा लग रहा है। यहां पर बंद किए गए रेडक्रॉस के नशा छुड़ाओ केंद्र से 13 बेड तो लाकर रख दिए गए हैं। स्टाफ भी नहीं और खेल मैदान भी नहीं
जिस इमारत में यह केंद्र बनाया जाना है। वह 70 लाख रुपये की कीमत से मरीजों के रिश्तेदारों के लिए सराय बनाई गई थी, मगर इसमें अब आनन-फानन में केंद्र बनाया जा रहा है। यहां पर न तो कोई स्टेडियम है और न ही खेलने की जगह। यही नहीं उनके मनोरंजन के लिए एलईडी का भी प्रबंध नहीं हो सका है। यह दोनों ही नशा करने वाले मरीजों के लिए जरूरी हैं, और यह इलाज का पार्ट है। सोमवार से शुरू होगा केंद्र सिविल सर्जन
हम सोमवार से सेंटर शुरू कर रहे हैं। स्टाफ की मंजूरी मिल गई है। कल 11 सीएचसी पर ओट्स केंद्र भी खोले जा रहे हैं और केंद्र को भी शुरू कर दिया जाएगा। हमारे पास कुछ स्टाफ है, इसी से काम लिया जाएगा और आउट सोर्स से और भर्ती भी होगी।
डॉ. परमिंदर सिंह सिद्धू, सिविल सर्जन लुधियाना। स्टाफ नहीं है, सेंटर कैसे शुरू करूंगा
अभी वहां पर बेड लगा दिए गए हैं। एसी भी लग गया है, मगर वहां स्टाफ नहीं है तो सेंटर कैसे शुरू हो सकता है। मैं इस संबंधी सेहत मंत्री से बात करूंगा और स्टाफ की मांग की जाएगी। जब तक स्टाफ नहीं आता सेंटर शुरू नहीं होगा। इसके लिए समय जरूर लगेगा मगर प्रबंध सुनिश्चित होंगे।
रवनीत सिंह बिट्टू, सांसद