हार्ट प्रॉब्लम, गुर्दे फेल थे, फिर भी बचा ली नवजात की जान
हार्ट प्रॉब्लम, किडनी फेल और सिर्फ 1.6 किलो वजन के साथ पैदा हुए प्री-मेच्योर बेबी को एसपीएस अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने कड़ी मेहनत करके बचा लिया। 32 हफ्ते 5 दिन के इस बच्चे को बचा पाने में विफल रहे अमृतसर के अस्पताल ने गंभीर हालत में उसे लुधियाना भेज दिया था।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : हार्ट प्रॉब्लम, किडनी फेल और सिर्फ 1.6 किलो वजन के साथ पैदा हुए प्री-मेच्योर बेबी को एसपीएस अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने कड़ी मेहनत करके बचा लिया। 32 हफ्ते 5 दिन के इस बच्चे को बचा पाने में विफल रहे अमृतसर के अस्पताल ने गंभीर हालत में उसे लुधियाना भेज दिया था। बच्चे के यहा पहुंचते ही नियोनेटोलॉजिस्ट डॉ. तानिया महल व डॉ. प्रदीप शर्मा, पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नवदीप सिंह व पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. अंकित मंगला की टीम ने उसे तुरंत दाखिल करने के बाद डायग्नोस करने का प्रोसीजर शुरू किया। बड़े साइज में 2-डी इकोकार्डियोग्राफी करने पर उसकी हार्ट प्रॉब्लम की सही कंडीशन पता चली। इसके साथ ही उसे हेमोडायनामिक समस्या होने के कारण उसके परिजनों को बता दिया गया कि इसकी सर्जरी करनी पड़ सकती है। इंजरी के कारण उसकी किडनियों ने भी काम करना बंद कर दिया था। उसकी टीएलसी 800 सीएमएम होने के साथ-साथ सेप्टिसीमिया व थ्रोम्बोसाइटोपेनिया भी था। इस दौरान डॉक्टरों की पूरी टीम की सूझ-बूझ के साथ दिए गए एंटीबायोटिक्स और सावधानीपूर्वक मेडिकल मैनेजमेंट, सुपोर्टिव केयर और नॉन इनवेसिव वेंटिलेशन ने बच्चे के लिए चमत्कारी काम किया। दाखिल होने के चौथे दिन बाद बच्चे के डक्ट बंद हो गए और सास लेने के लिए लगाया गया सर्पोटिव सिस्टम भी बंद कर दिया गया। इलाज के तुरंत बाद उसका वजन बढऩा शुरू हो गया और चम्मच से फीड शुरू करके बच्चे को छुट्टी देकर घर भेज दिया गया। इस मौके पर बच्चे की जान बचाने पर परिजनों का डॉक्टरों का आभार जताया है।