नेत्रोत्सव पर भक्त के नेत्रों से भगवान के नेत्रों का हुआ मिलन
जगन्नाथ पुरम चन्द्र नगर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ जी का नेत्रोत्सव समिति द्वारा राज अधिकारी सूरज कुमार की अध्यक्षता में श्रद्धापूर्वक मनाया गया। सर्वप्रथम पंडित पंचानन पाढ़ी पंडित भीमसेन पाढ़ी व दइतापतियों ने भगवान जगन्नाथ की स्तुति करते हुए विश्व को कोरोना महामारी से निजात दिलाने की प्रार्थना की।
संस, लुधियाना
जगन्नाथ पुरम चन्द्र नगर स्थित, श्री जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ जी का नेत्रोत्सव समिति द्वारा श्रद्धापूर्वक मनाया गया। राज अधिकारी सूरज कुमार ने इसकी अध्यक्षता की।
सर्वप्रथम पंडित पंचानन पाढ़ी, पंडित भीमसेन पाढ़ी व दइतापतियों ने भगवान जगन्नाथ की स्तुति करते हुए विश्व को कोरोना महामारी से निजात दिलाने की प्रार्थना की। एसआर जिदल, सुमित जिदल, सुमित गर्ग, अलोक भुईया ने भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर नेत्रोत्सव की महिमा बताते हुए राज अधिकारी सूरज ने बताया कि रथयात्रा से पहले भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र, बहन सुभद्रा, सुदर्शन महाराज के साथ अणवसर गृह से बाहर आते हैं। भक्तों के सम्मुख अपने नेत्र खोलते है और भक्त के नेत्रों से भगवान के नेत्रों का मिलन होता है जिसे नेत्रोत्सव कहा जाता है। उन्होंने बताया कि परंपरानुसार देवस्नान पश्चात भगवान बीमार पड़ जाते हैं और 15 दिन बाद स्वस्थ होकर उठते हैं। इसदिन भगवान का तुलसी की मंजरी के साथ श्रृंगार किया जाता है।
उन्होंने कहा कि 23 जून को भगवान जगन्नाथ की पारम्परिक यात्रा कोरोना महामारी को देखते हुए समिति द्वारा रद कर दी गई है, परन्तु मंदिर परिसर में परम्पराएं रथयात्रा के हिसाब से निभाई जा रही हैं। भक्तों में उत्साह भी बरकरार रहा।
पंडित विष्णु चंद ने कहा कि सूर्य ग्रहण के कारण कल सायं 5 बजे भगवान जगन्नाथ का नवयौवन रूप में भक्तों को दर्शन देंगे। भक्तों को भी इसका बेसब्री से इंतजार है। इस अवसर पर गिरधर नायक, नकुल नायक, अजय नायक, विक्रम भुईया, अरुण परीचा, सचिन, विनय कुमार, लखविदर बेहरा, धनुधर राउत आदि उपस्थित थे।