सोने के नकली जेवर गिरवी रख बैंक से लाखों की ठगी, सरगना सुनार समेत चार गिरफ्तार
सरगना सुखविंदर खुद ज्वेलरी बनाता था और फिर गिरोह के सदस्य को बैंक में लोन लेने भेजता था। उसके बाद वह बैंक में नकली गहनों को असली साबित कर देता था।
लुधियाना, जेएनएन। बैंक में नकली सोने के जेवर गिरवी रख कर लाखों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना समेत 4 लोगों को सीआईए-2 टीम ने गिरफ्तार करने का दावा किया है। उनके कब्जे से 95 ग्राम नकली सोने के जेवर और एक इनोवा बरामद हुई। इस गिरोह का सरगना एक सुनार है जो बैंक में गहनों को असली सोने का बताता था। गिरोह के 4 अन्य सदस्यों की पुलिस को तलाश है। सभी आरोपितों पर केस दर्ज करके पकड़े गए चारों आरोपितों को वीरवार अदालत में पेश किया गया। उनका रिमांड हासिल करके उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है।
एएसआई रणधीर सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों की पहचान जमालपुर के एचआईजी कॉलोनी निवासी सुखविंदर सिंह, बिंद्रा कॉलोनी निवासी परमजीत सिंह, उसकी पत्नी लता, और काराबारा के नानक नगर निवासी अजय कुमार के रूप में हुई। मामले में न्यू शिव पुरी निवासी दीपक कुमार, हैबावाल निवासी कुलविंदर सिंह, बिंद्रा कॉलोनी निवासी गुड्डू और शिवपुरी निवासी जैन की पुलिस को तलाश है।
बुधवार शाम सीआईए टीम को सूचना मिली थी कि इन आरोपितों ने ठगी करने का एक गिरोह बना रखा है। उसका सरगना सुखविंदर सिंह है, जो सुनार है। वह नकली सोेने के जेवर तैयार करके आरोपितों की मिलीभगत से बैंक में असली सोना बता लोन ले धोखाधड़ी करते हैं। गिरोह के सदस्य चंडीगढ़ रोड स्थित वर्धमान मिल के पास इनोवा कार में बैठ कर किसी बैंक के साथ ठगी मारने की तैयारी में हैं। सूचना के आधार पर दबिश देकर चारों आरोपितों को काबू कर लिया।
सरगना सुखविंदर खुद तैयार करता था नकली आभूषण
रणधीर ने बताया कि सुखविंदर नकली जेवर तैयार करता था। उसके बाद वह अपने साथी को बैंक में लोन लेने के लिए भेजता था। ऊपर से वो खुद भी बैंक पहुंच जाता। वहां बैंक अधिकारियों के सामने चेक करके नकली जेवरों को असली बता देता। अपने साथियों की मदद से वो अब तक फेडरल बैंक से 35 लाख रुपये के 18 लोन करवा चुका है। अारोपितों से चल रही पूछताछ में कई अहम खुलासे होने की संभावना है।
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