शहर के डॉ. कर्मवीर गोयल व डॉ. प्रितपाल सिंह चुने गए पीएमसी मेंबर
पंजाब मेडिकल काउंसिल की मेंबरशिप को लेकर छह साल बाद हुए चुनाव के परिणाम आखिरकार सोमवार को सामने आ ही गए।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : पंजाब मेडिकल काउंसिल की मेंबरशिप को लेकर छह साल बाद हुए चुनाव के परिणाम आखिरकार सोमवार को सामने आ ही गए। दस सीटों के लिए पंजाब से 23 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे थे। उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला बैलेट पेपर के जरिए 7571 मतदाताओं ने किया, जबकि कुल मतदाता 16,662 थे। जिले के तीन डॉक्टर जीतकर पीएमसी के मेंबर बने।
वोटों की गिनती का काम शनिवार सुबह छह बजे से शुरू हुआ था, जोकि रविवार सुबह आठ बजे तक जारी रहा। इसके बाद सुबह आठ से दोपहर दो बजे की ब्रेक के बाद फिर से गिनती शुरू हुई और रविवार देर रात्रि 11.55 तक जारी रही। 44 घंटे तक वोटों की गिनती के बाद पीएमसी इलेक्शन के रिटर्निग ऑफिसर डॉ गुरदीप सिंह कल्याण ने चुनाव परिणामों की घोषणा कर दी। लुधियाना के डॉ. कर्मवीर गोयल 3582 वोटों के साथ सातवें, खन्ना के डॉ. अम्बरबीर सिंह 3393 वोटो के साथ आठवें स्थान व लुधियाना के डॉ. प्रितपाल सिंह 3349 वोटों के साथ नौंवे स्थान पर रहे। 24
डॉक्टरों की समस्याओं को सुलझाना होगा उद्देश्य: डॉ. गोयल
पीएमसी के मेंबर चुने गए डॉ. कर्मवीर सिंह गोयल एक जाने माने मेडिसन विशेषज्ञ हैं। उन्हें मेडिकल फील्ड में बेहतर सेवाएं देने के लिए वर्ष 2005 में स्वतंत्रता दिवस पर स्टेट अवार्ड भी मिल चुका है। डॉ. गोयल ने कहा कि पीएमसी का मेंबर बनने के बाद वह डॉक्टरों का आ रही समस्याओं को दूर करने की पूरी कोशिश करेंगे। अनएथिकल प्रेक्टिस पर रोक लगाने के लिए इनोवेटिव रास्ते निकालेंगे। 25
ऑनलाइन वोटिंग, रजिस्ट्रेशन आसान बनाने पर होगा फोकस : डॉ. प्रितपाल
शहर के पीएमसी के मेंबर बने डॉ.प्रितपाल सिंह शहर के जाने माने लैप्रोस्कोपिक सर्जन हैं। उन्हें इस फील्ड में 22 सालों का अनुभव है। कई सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में वह अपनी सेवाएं दे चुके हैं। आइएमए के साथ जुड़कर डॉक्टरों की समस्याओं को उठाते रहे हैं। डॉ. प्रितपाल सिंह ने कहा कि मेंबर बनने के बाद वह पीएमसी चुनावों के लिए ऑन लाइन वोटिंग को लेकर प्रयास करेंगे। इसके अलावा पीएमसी में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए काम करेंगे। पीएमसी में 49000 के करीब रजिस्ट्रेशन हैं। जबकि वोटिंग राइट्स केवल 16600 को ही है। क्योंकि नामर्स सख्त होने की वजह से पुराने डॉक्टर्स रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाते। अगली बार होगी ऑनलाइन वोटिंग : डॉ. मनोज सोबती
उधर, पंजाब मेडिकल कौंसिल के मेंबर डॉ. मनोज सोबती ने कहा कि इस बार बैलेट पेपर से वोटिंग हुई। लेकिन अगली बार ऑनलाइन चुनाव करवाए जाएंगे। इसे लेकर पीएमसी की ओर से 22 अगस्त को एक मीटिंग करवाई गई थी। ऑनलाइन वोटिंग के लिए सरकार को लिखकर दे दिया गया है। चुनाव परिणाम आते ही विवाद शुरू, उम्मीदवार लगा रहे आरोप
उधर, पीएमसी चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद विवाद शुरू हो गया है। चुनाव मैदान में खड़े हुए कई उम्मीदवारों ने चुनाव प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए कोर्ट में जाने की चेतावनी दी है। उम्मीदवारों का कहना है कि जो वोट स्पीड पोस्टें भेजे थे, वे मतदाताओं को नहीं मिले। जो रजिस्टर्ड डाक से भेजे गए, वहीं मतदाताओं तक पहुंचे। इसके अलावा बैलट पेपर की कैप्च¨रग हुई। कई उम्मीदवारों ने डॉक्टरों से वोट लेकर खुद रजिस्टर्ड डाक द्वारा पीएमसी को भेजे। काउंटिंग में भी गड़बड़ी की आशंका जताई है। कुछ ने तो वोटों की गिनती पर भी सवाल खड़ा किया है। उनका कहना है कि जब वोट सिर्फ 7571 थे, तो इनकी गिनती में दो दिन कैसे लग गए। उनका यह भी कहना है कि यदि वोटों की गिनती शुरू हुई थी, तो एक बार में ही खत्म किया जाना चाहिए था। लेकिन पीएमसी इलेक्शन के रिटर्निग ऑफिसर की देखरेख में वोटों की गिनती के लिए दो दिन लगा दिए गए। इसके अलावा यह आरोप भी लग रहे हैं कि हारे हुए उम्मीदवारों को यह नहीं बताया गया कि उन्हें कितनी वोटें पड़ी। वोटों की गिनती में गड़बड़ी के आरोप गलत
उधर, पंजाब मेडिकल कौंसिल के नोमीनेटेड मेंबर डॉ. मनोज सोबती का कहना है कि यदि कोई चुनाव परिणामों में गड़बड़ी के आरोप लगा रहा है तो वह गलत है। क्योंकि वोटों की गिनती सीसीटीवी कैमरा के पहरे में 23 उम्मीदवारों, छह से सात ऑब्जर्वर, ऑफिस क्लर्क, रिटर्निग ऑफिसर, रजिस्ट्रार सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में हुई।