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गुरुनानक पवित्र जंगल को पर्यावरण के दुश्मनों ने किया अपवित्र

शहर के कई उद्यमी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। पर्यावरण को प्रदूषित करने में कोई कसर नहीं छोड़ते।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Aug 2019 06:36 AM (IST)Updated: Thu, 22 Aug 2019 06:36 AM (IST)
गुरुनानक पवित्र जंगल को पर्यावरण के दुश्मनों ने किया अपवित्र
गुरुनानक पवित्र जंगल को पर्यावरण के दुश्मनों ने किया अपवित्र

राजेश भट्ट, लुधियाना

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शहर के कई उद्यमी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। पर्यावरण को प्रदूषित करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। शहर के कुछ लोग पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करते हैं तो कुछ उनकी कोशिशों पर भी पानी फेर देते हैं। शहर की कुछ स्वयं सेवी संस्थाओं ने मिलकर फोकल प्वाइंट में श्री गुरुनानक देव जी के 550 वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में गुरुनानक पवित्र जंगल लगाया, लेकिन पर्यावरण के दुश्मनों ने इस गुरुनानक पवित्र जंगल को भी 'अपवित्र' कर दिया, जिस वजह से इस पवित्र जंगल के कुछ छोटे पौध झुलसने लगे हैं। स्वयं सेवी संस्थाएं अब पर्यावरण के इन दुश्मनों की तलाश में जुटी हैं। यही नहीं संस्थाओं ने जब पर्यावरण के इन दुश्मनों की इस करतूत को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया तो लोग उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करवाने की बात तक कर रहे हैं।

ईको सिख संस्था ने शहर की अलग-अलग स्वयं सेवी संस्थाओं व कुछ उद्यमियों के सहयोग से फोकल प्वाइंट फेज पांच में मियावाकी तकनीक से शहर में पहला माइक्रो फॉरेस्ट लगाया। यहां पर करीब डेढ़ सौ गज में मियावाकी तकनीक से 550 पौधे लगाए गए। लोग इन पौधों की सही देखभाल करें और इनसे जुड़े रहें इसके लिए इस जंगल को गुरुनानक देव जी का नाम दिया गया, लेकिन फोकल प्वाइंट के कुछ उद्यमियों की करतूत ने स्वयं सेवी संस्थाओं के मनसूबों पर पानी फेर दिया। फोकल प्वाइंट फेज पांच के कुछ उद्यमी केमिकल युक्त पानी बिना ट्रीट किए सीवरेज में गिरा रहे हैं। फोकल प्वाइंट एरिया में सीवरेज ब्लॉक होने के कारण यह केमिकल युक्त पानी खाली प्लाटों और पार्को में जमा होने लगा गया। संस्थाओं ने जहां गुरुनानक पवित्र जंगल लगाया था वहां पहले तेलीय पानी जमा हुआ और पूरा जंगल पानी से भर गया। संस्थाओं को सूचना मिली तो उन्होंने तेलीय पानी को पंप के जरिए निकलवाया, लेकिन अब वहां पर केमिकल युक्त पानी आने लगा है, जिसका रंग कभी लाल होता है तो कभी नीला। संस्थाओं के सदस्यों ने बुधवार को फिर से पंप लगाकर जंगल के बीच से पानी निकाला, लेकिन उद्यमियों की इस करतूत के कारण पवित्र जंगल के बीच में लगे छोटे कई पौधे मर चुके हैं। लुधियाना केयर्स ने फेसबुक पर पोस्ट किया तो पहुंचे निगम अफसर

लुधियाना केयर्स एनजीओ ने अपने फेसबुक पेज पर जब पवित्र जंगल में जमा तेलीय पानी का फोटो पोस्ट किया और ऐसा पानी छोड़ने वालों पर कटाक्ष किया तो उसके बाद पेज के फॉलोअर्स ने गंदा पानी छोड़ने वालों को जमकर कोसा। लोगों ने तो यहां तक कह दिया कि ऐसे उद्यमियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवानी चाहिए, ताकि कोई आगे से इस तरह की गलती न करे। फेसबुक पर जब लोग इस पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करने लगे तो नगर निगम के जोनल कमिश्नर नीरज जैन खुद मौके पर गए और स्थिति का जायजा लिया। लुधियाना केयर्स की फाउंडर सदस्य हरप्रीत सोइन ने बताया कि अभी उन्होंने किसी अथॉरिटी को इसकी शिकायत नहीं की। उन्होंने बताया कि अभी वह रोजाना वहां से पानी निकलवा रहे हैं और अब भी केमिकल युक्त पानी नहीं रुका तो वह पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अलावा पुलिस को भी शिकायत देंगे। एक और पार्क में जमा है पांच दिन से काला पानी

फोकल प्वाइंट पांच में केजे फॉर्जिग ने एक पार्क को मेंटेन किया है। पार्क में पौधे लगाए गए हैं। पार्क में घास भी लगाई गई है, लेकिन पांच दिन से इस पार्क में भी गंदा पानी भरा है, जिस वजह से इस पार्क में भी पौधे मरने लगे हैं। सोशल मीडिया पर इस तरह फॉलो हो रही पोस्ट

लुधियाना केयर्स के फेसबुक पेज पर 71 लोगों ने कॉमेंट किया है। सभी लोगों ने केमिकल युक्त पानी छोड़ने वाले उद्यमियों को जमकर कोसा है। 29 लोगों ने इसे शेयर किया है। 48 लोगों ने इस पर गुस्सा जाहिर किया है और 19 लोगों ने दुख जताया है।


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