तैयारी खुले में शौच मुक्त करने की पर यहां तो शौचालयों पर लगे हैं ताले
महानगर को खुले में शौच मुक्त घोषित करने के लिए नगर निगम ने अलग-अलग जगहों पर शौचालय तो बना दिए, लेकिन अभी वहां ताले लटके हुए हैं, जिसकी वजह से लोग उनका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं और वह सफेद हाथी की तरह खड़े हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : महानगर को खुले में शौच मुक्त घोषित करने के लिए नगर निगम ने अलग-अलग जगहों पर शौचालय तो बना दिए, लेकिन अभी वहां ताले लटके हुए हैं, जिसकी वजह से लोग उनका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं और वह सफेद हाथी की तरह खड़े हैं। अब सवाल यह उठता है कि जब शौचालयों को चालू ही नहीं किया जाएगा तो शहर को खुले में शौच मुक्त कैसे घोषित किया जाएगा? राज्य सरकार 2 अक्तूबर को पूरे सूबे को खुले में शौच मुक्त करने की तैयारी कर रही है। उससे पहले नगर निगम लुधियाना शहर को खुले में शौच मुक्त करने जा रहा है। इसके लिए शहर के 22 स्थानों पर फेब्रिकेटिड शौचालय बनाए गए हैं जहां पर शौचालय नहीं थे। प्रत्येक जगह पर चार-चार शौचालय बनाए हैं। इन शौचालयों को तैयार हुए करीब 15 दिन हो गए। इन पर पानी की टंकियां, मोटर व बिजली के कनेक्शन भी हो गए। इसके बावजूद निगम इनको चालू नहीं करवा सका। पहले निगम बिजली कनेक्शन न होने की बात कर रहा था, लेकिन अब तो बिजली के कनेक्शन भी लगा दिए गए हैं।
शौचालयों पर रखने होंगे सफाई सेवक
नगर निगम ने शौचालय तैयार कर दिए, लेकिन अब उन्हें नई चिंता सताने लगी है कि अगर वहां पर कोई सफाई सेवक नहीं होगा तो सफाई कैसे होगी। निगम अब शौचालयों के लिए सफाई सेवकों की नियुक्ति करने पर विचार कर रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण में मिलने हैं अंक
पिछले साल हुए स्वच्छता सर्वेक्षण के समय शहर को खुले में शौच मुक्त नहीं किया गया था, जिसकी वजह से सर्वेक्षण में कुछ अंक कट गए थे, जिस कारण सूची में शहर को पिछड़ना पड़ा था। इस बार निगम ने पहले ही शहर को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए अलग अलग जगहों पर टॉयलेट बनाने शुरू कर दिए। कोट्स
फेब्रिकेटिड टॉयलेट तैयार हो चुके हैं। अब बिजली कनेक्शन भी करवा दिया गया है। सफाई सेवकों की नियुक्ति को लेकर बात चल रही है। एक दो दिनों में शुरू कर दिए जाएंगे।
पूनमप्रीत कौर, असिस्टेंट कमिश्नर, नगर निगम लुधियाना