कब्जाधारियों ने अटकाया पेंच, 40 गज के फ्लैट में जाने को नहीं तैयार
जगराओं पुल के निर्माण में हर दिन कोई न कोई रोड़ा अटक रहा है। इसके चलते पुल का निर्माण कार्य भी शुरू नहीं हो पा रहा है।
जासं, लुधियाना
जगराओं पुल के निर्माण में हर दिन कोई न कोई रोड़ा अटक रहा है। इसके चलते पुल का निर्माण कार्य भी शुरू नहीं हो पा रहा है। नई बाधा बने हैं यहां रह रहे कब्जाधारी परिवार। जिन्हें हटाने के लिए निगम ने उन्हें ग्यासपुरा फ्लैट्स में शिफ्ट करने की योजना बनाई है लेकिन कब्जाधारियों को ग्यासपुरा में मिलने वाले 40 गज के फ्लैट मंजूर नहीं हैं। वीरवार को सांसद रवनीत सिंह बिट्टू विधायकों व पार्षद के साथ कब्जे वाली जगह पर रह रहे लोगों से मिलने गए तो उन्होंने साफ कर दिया कि वह ग्यासपुरा के फ्लैट्स में नहीं जाएंगे, क्योंकि वहां पर उन्हें सिर्फ 40 गज का एक कमरा मिल रहा है जबकि उनके परिवार बड़े हैं। उन्होंने फिर सांसद के सामने मांग रख दी कि उन्हें 50 गज के प्लॉट दिए जाएं ताकि वे अपने रहने के लिए मकान बना सकें। जिस पर सांसद बिटटू ने आश्वासन दिया कि वह इस मामले में प्रशासन से बात करेंगे। हालांकि बिटटू ने उन्हें साफ कर दिया कि पुल निर्माण के लिए उन्हें यह जगह खाली करनी ही होगी।
इस मोहल्ले में कुल 97 निर्माण हैं। जिसमें से 70 घरों में लोग रहते हैं जबकि अन्य निर्माणों में कुछ दुकानें चल रही हैं। इन दुकानों से रेलवे बकायदा किराया लेता है। स्थानीय पार्षद राकेश पराशर इससे पहले सभी लोगों से मिलकर उन्हें ग्यासपुरा फ्लैट्स में जाने के लिए मना चुके थे। उनका विरोध इस बात पर था कि जिनके परिवार बड़े हैं उन्हें वहां पर एक ही फ्लैट नहीं मिलना चाहिए बल्कि उन्हें परिवार के हिसाब से ज्यादा फ्लैट मिलने चाहिए। लेकिन जब सांसद व विधायक वहां पर पहुंचे तो महिलाओं ने पहले साफ कर दिया कि वह ग्यासपुरा नहीं जाएंगे। उनका सारा कामकाज शहर में चलता है।
लोगों को मनाने एक-एक घर में गए बिट्टू
सांसद, मेयर व विधायक एक-एक घर में गए और लोगों को विश्वास दिलाया कि उन्हें हर हाल में घर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जिनके परिवार में ज्यादा सदस्य हैं उन्हें एक से ज्यादा फ्लैट दिए जाएंगे। लेकिन बाद में उन्होंने साफ कर दिया कि उन्हें फ्लैट की बजाय प्लॉट दिए जाएं नहीं तो वे ये जगह खाली नहीं करेंगे। इस मौके पर विधायक भारत भूषण आशु, विधायक संजय तलवाड़, विधायक सुरिंदर डाबर, सीनियर डिप्टी मेयर श्यामसुंदर मल्होत्रा भी पहुंचे थे। अंकल, हमें फ्लैट नहीं प्लॉट दिला दो
सांसद, मेयर व विधायक जब घर घर जाकर लोगों से मिल रहे थे तो इस दौरान एक छोटी बच्ची से जब सांसद ने पूछा कि वह स्कूल जाती है तो उसने जवाब दिया कि इस साल उनका घर टूट रहा है तो अभी उसने स्कूल जाना शुरू नहीं किया। उस बच्ची ने सांसद से कहा कि अंकल उन्हें फ्लैट की बजाए छोटा सा प्लॉट दे दो ताकि सभी लोग एक ही जगह पर रह सकें। बच्ची की बात सुनकर सांसद ने प्रशासन से बात करने का फैसला किया। हैरानी: रेलवे की जगह में सभी सुविधाएं दे रहा निगम
जिस जगह कब्जा करके लोग रह रहे हैं वह रेलवे की है। निगम को पता था कि यह कब्जे वाली जगह है इसके बावजूद वहां पर निगम ने सभी तरह की सुविधाएं दे दी हैं। हैरानी की बात है कि इनमें से किसी के पास न तो रजिस्ट्री है, न ही कोई एग्रीमेंट और किरायानामा। इसके बावजूद वहां पर सभी घरों में बिजली के मीटर भी लगे हैं। हर घर में पानी व सीवरेज का कनेक्शन भी है। निगम की तरफ से गलियां भी बनाई गई हैं। नि:संदेह यह लोग कब्जा करके रह रहे हैं। यह रेलवे की जगह है। पुल निर्माण के लिए इन्हें हटाया जाना जरूरी है। लेकिन 70 साल से ये परिवार यहां पर हैं इसलिए इन्हें घर दिलाना हमारी नैतिकता है। ये लोग फ्लैटों में जाने को तैयार नहीं हैं। अब इन्होंने 50 गज के मकान मांगे हैं। इस बारे में प्रशासन से चर्चा करेंगे संभव हुआ तो प्लॉट ही दिलाएंगे।
रवनीत सिंह बिट्टूृ, सांसद लुधियाना