Mixland Use Industry की अवधि 2023 तक, सरकार को अभी भी विकल्प की तलाश Ludhiana News
इन इलाकों में 50 हजार के करीब लघु उद्योग स्थापित है लेकिन कोई नया फोकल प्वाइंट नहीं बन पाया है।
लुधियाना [मुनीश शर्मा]। लुधियाना मास्टर प्लान के मुताबिक लुधियाना के 73 मिक्सलैंड यूज इलाकों में बनी इंडस्ट्री को 2023 तक यहां से हटाया जाना है। इसको लेकर अभी तक सरकार की ओर से कोई तैयारी नहीं की गई है। 50 हजार के करीब लघु उद्योग इन इलाकों में स्थापित है, लेकिन कोई नया फोकल प्वाइंट नहीं बन पाया है। उद्यमी ग्रीन कैटेगिरी के लिए इन इलाकों को औद्योगिक क्षेत्र घोषित करने और रेड के लिए अलग कलस्टर बनाने की मांग कर रहे हैं। ताकि ग्रीन कैटेगिरी की इंडस्ट्री मौजूदा स्थान पर रहकर ही काम करती रहे। जबकि रेड कैटेगिरी इंडस्ट्री, जो घरेलू इलाकों में नुकसान पहुंचा सकती है, उसे सुरक्षित स्थान पर एक जगह कलस्टर बनाकर भेजा जा सके।
पंजाब स्माल इंडस्ट्रीज एंव एक्सपोर्ट कार्पोरेशन लिमिटेड (पीएसआइईसी) की ओर से इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है लेकिन जमीन के दाम आसमान छूने के चलते शहर के भीतर जमीन उपलब्ध न होने से नए फोकल प्वाइंट बनाने में परेशानी हो रही है। ऐसे में अब विभाग पंचायत की जमीनों की खोज की जा रही है, जहां छोटे-छोटे फोकल प्वाइंट बनाकर इंडस्ट्री को यहां शिफ्ट किया जा सके।
अभी तक नए फोकल प्वाइंट की नींव नहीं रखी: ठुकराल
जनता नगर स्माल स्केल मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन के प्रधान जसविंदर सिंह ठुकराल के मुताबिक सरकार की ओर से 2023 तक इंडस्ट्री को मिक्स लैंड यूज से हटाने की तैयारी तो की गई है, लेकिन इसको लेकर अभी तक नए फोकल प्वाइंट की नींव नहीं रखी गई। उन्होंने कहा कि इन इलाकों में सारी छोटी इंडस्ट्री काम कर रही है, अगर यह हटाई गई, तो बड़ी इंडस्ट्री का चक्का जाम हो जाएगा।
सरकार को इस पर दोबारा विचार करना चाहिए : चावला
यूसीपीएमए अध्यक्ष डीएस चावला के मुताबिक सरकार को ग्रीन कैटेगिरी की इंडस्ट्री को यही पर स्थापित करना चाहिए। अगर विकल्प के बिना कोई छेड़छाड़ की जाती है, तो यह लुधियाना उद्योग के लिए घातक होगा। इन्हीं मिक्सलैंड यूज इलाकों में विभिन्न उत्पादों का निर्माण कर इंडस्ट्री चल रही है। इस पर सरकार को पुन विचार करना चाहिए।
सरकार कर रही जमीन की तलाश :गोगी
पीएसआइईसी के चेयरमैन गुरप्रीत गोगी ने कहा कि इतनी इंडस्ट्री को बिना विकल्प के नहीं हटाया जा सकता। इंडस्ट्री प्रदेश की अर्थव्यवस्था में रीढ़ है। उन्होंने कहा कि लुधियाना में नए फोकल प्वाइंट का निर्माण उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसके लिए विभाग की ओर से पंचायत की जमीनों की पहचान की जा रही है। अगर अलग-अलग जगह प्लाट मिलते हैं, तो दो-तीन फोकल प्वाइंट बनाए जाएंगे। इसके लिए सरकार 400-500 एकड़ जमीन की तलाश कर रही है। शीघ्र ही इस पर काम शुरू हो जाएगा और लुधियाना के आसपास क्षेत्र में छोटी इंडस्ट्री के लिए फोकल प्वाइंट बनाए जाएंगे।
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