पंजाब का पहला नशा मुक्त गांव बनेगा माणकवाल!
अर्शदीप समर, लुधियाना नशे के लिए बदनाम पंजाब के गांव माणकवाल के लोगों ने एक अनोखी पहल क
अर्शदीप समर, लुधियाना
नशे के लिए बदनाम पंजाब के गांव माणकवाल के लोगों ने एक अनोखी पहल की है। गांव के लोगों ने सिविल सर्जन और पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है कि उनका गांव नशा मुक्त है। यहां कोई नशा नहीं करता। आप जांच कर सकते हैं। लोगों ने कसम खाई है कि वो माणकवाल को पंजाब का पहला नशा मुक्त बनाकर रहेंगे।
1800 के करीब आबादी वाले इस गांव के लोगों ने पहले जमीनी स्तर पर सभी युवाओं और लोगों की खुद जांच करवाई। उसके बाद अब प्रशासन से भी मांग की है कि वह गांव में आकर जांच करें और उसके बाद उन्हें पंजाब का पहला नशा मुक्त गांव का सम्मान दें। इसके बाद सेहत विभाग की एक टीम गांव में युवाओं व अन्य लोगों की मेडिकल जांच कर रही है। सीएमओ पलविंदरपाल सिंह सिद्ध ने कहा कि उनकी टीम ने गांव में जाकर जांच कर ली है। जल्द ही इसकी रिपोर्ट तैयार कर दी जाएगी। उधर, कांग्रेस के जन कल्याण और प्रचार सेल के चेयरमैन कंवर हरप्रीत सिंह ने कहा कि गांव माणकवाल पंजाब में मिसाल बनेगा। उन्होंने कहा कि गांव माणकवाल के पहला नशा मुक्त गांव बनने के बाद अन्य गांवों के लोग भी इसी तर्ज कर काम करेंगे, जिससे पंजाब पर लगा नशे का धब्बा पूरी तरह से खत्म करने में कामयाबी मिलेगी। खेल मैदान से शुरू की नशा खत्म करने की शुरुआत
कंवर हरप्रीत सिंह ने बताया कि गांववासियों और युवाओं ने मिलकर फैसला किया कि गांव में खेल मैदान बनना चाहिए। ताकि युवाओं का ध्यान नशे की तरफ जाने की बजाय खेलों की तरफ जाए। इसका असर गांव के युवाओं पर देखने को मिला। उन्होंने बताया कि सभी युवा सुबह और शाम गांव के मैदान में खेलते हैं और अन्य लोग मैदान के आसपास सैर करते हैं। गांव के लोगों ने नशा तस्करों के खिलाफ खोला मोर्चा
नशे पर पूरी तरह से नकेल कसने के लिए गांववासियों ने मिलकर एक टीम बनाई हुई है। यह टीम किसी भी नशा तस्कर को गांव के आसपास भी आने नहीं देती। अगर कोई नशा तस्कर गांव में घुसने की कोशिश करता है या फिर गांव के युवा को नशा बेचने का प्रयास करता है तो लोग तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दे देते हैं। इसके बाद लोग तस्कर को पकड़कर पुलिस के हवाले कर देते हैं।