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फेस्टीवल सीजन में मेक इन इंडिया की मुहिम चलाएंगे कारोबारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फार लोकल को लेकर देशभर के लोगों में तेजी से सजगता देखने को मिल रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Oct 2020 03:15 AM (IST)Updated: Thu, 08 Oct 2020 03:15 AM (IST)
फेस्टीवल सीजन में मेक इन इंडिया की मुहिम चलाएंगे कारोबारी

मुनीश शर्मा, लुधियाना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फार लोकल को लेकर देशभर के लोगों में तेजी से सजगता देखने को मिल रही है। ऐसे में हाल ही में चीन से साथ संबंधों में आई खंट्टास के बाद अब व्यापारी वर्ग भी चीन के उत्पादों को नकारकर मेक इन इंडिया उत्पादो का प्रचार-प्रसार करने की तैयारी में हैं। इसके लिए इस त्योहारी सीजन में व्यापारियों की ओर से चीनी उत्पादों के बायकाट की तैयारी की जा रही है। ताकि भारतीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा दिया जा सके और चीन की अर्थव्यवस्था को इस फेस्टीवल सीजन से चोट दी जा सके। इसके लिए बाजारों के साथ-साथ दुकानों में नो चाइनिज प्रोडक्ट का प्रचार किया जाएगा। इसके साथ ही ऐसे उत्पादों को तरजीह दी जाएगी, जो मेक इन इंडिया हों। स्वदेशी के लिए व्यापारियों को किया जा रहा जागरूक

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पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के महासचिव सुनील मेहरा के मुताबिक बिना स्वदेशी क्रांति लाए देश की तरक्की संभव नहीं है। हाल ही में कुछ माह में चीन का व्यापार कम होने से भारत के कारखानों में तेजी देखने के मिली है। अगर सभी व्यापारी ठान लें कि हमें केवल स्वदेशी उत्पादों की बिक्री करनी है तो भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हो जाएगी। इसी को ध्यान में रखकर व्यापार मंडल की ओर से बाजारों में बैठकों का दौर आरंभ किया है। इसमें व्यापारियों को जागरूक किया जा रहा है कि वे केवल स्वदेशी वस्तुओं को ही तरजीह दें और फेस्टीवल सीजन में देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सहयोग करें। बाजारों में होर्डिंग व दुकानों पर लगेंगे पोस्टर

लुधियाना कंज्यूमर प्रोडक्ट डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के प्रधान हरकेश मित्तल के मुताबिक नो चाइनीज उत्पाद बिक्री को लेकर हम सबको सजग होना पड़ेगा। इसके लिए हर देशवासी को आगे आना चाहिए। जहां व्यापारियों को स्वदेशी उत्पादों की बिक्री को तरजीह देनी चाहिए, वहीं ग्राहकों को भी स्वदेशी उत्पादों को खरीदकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना चाहिए। इसको लेकर अब बाजारों में मुहिम आरंभ की जाएगी। विभिन्न बाजारों की एसोसिएशनों के साथ मिलकर हर बाजार में नो चाइनीज उत्पाद के होर्डिंग लगाने के साथ साथ दुकानों पर भी पोस्टर लगाए जाएंगे। 35 प्रतिशत लाइटें होंगी मेक इन इंडिया

लुधियाना इलेक्ट्रिकल मर्चेंट एसोसिएशन के प्रधान जसमीत सिंह मक्कड़ के मुताबिक मेक इन इंडिया के लिए हम सब जागरूक हैं। लेकिन ग्राहकों के रुख पर ही इसका आधार निर्भर करता है। इस साल चीन के मुकाबले पहली बार मार्केट में स्वदेशी फैंसी लाइटें आई हैं। अभी 35 से 40 प्रतिशत व्यापार स्वदेशी की ओर जाने की उम्मीद है। हमारा लक्ष्य है कि अगर इस साल 40 प्रतिशत की नींव रखी गई, तो आने वाले साल में इसे 70 फीसदी किया जा सकता है। इसके लिए भारतीय कंपनियों को लाइटों के दामों को वाजिब करना होगा। इसको लेकर की कंपनियों ने अच्छी पहल भी की है। हमारे बाजार में ग्राहकों को भी मेक इन इंडिया के लिए जागरूक किया जाएगा।


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