कर्म बिना ज्ञान केवल शब्दों का बोझ : कुठियाला
जागरण संवाददाता, खन्ना : हरियाणा शिक्षा विभाग के निदेशक व माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्
जागरण संवाददाता, खन्ना : हरियाणा शिक्षा विभाग के निदेशक व माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. बृजकिशोर कुठियाला ने कर्म के बिना ज्ञान को केवल शब्दों का बोझ बताया है। उन्होंने कहा कि ज्ञान मानव जीवन का एक पहलू है पर यह अपने आप में अधूरा है और इसको पूर्णता प्रदान करता है कर्म का तत्व।
नारद जयंती पर विश्व संवाद समिति द्वारा आयोजित मीडिया के बदलते स्वरूप विषय पर गोष्ठी में मुख्य वक्ता के तौर पर संबोधित करते हुए कुठियाला ने कहा कि डॉ. भीमराव आंबेडकर, महात्मा गांधी, लाला लाजपत राय, भगत ¨सह, गणेश शंकर विद्यार्थी जैसे अनेकों जागरूक पत्रकार व लेखक अगर अपने ज्ञान का क्रियान्वयन नहीं करते, आगे बढ़ कर स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व नहीं करते तो हमें आजादी न जाने कब मिलती और मिलती भी कि नहीं मिलती।
कुठियाला ने कहा कि पत्रकार का दायित्व केवल यहीं आकर समाप्त नहीं हो जाता कि वह अपनी रिपोर्ट में किसी समस्या का विवरण तक दे दे और चादर तान कर सो जाए। यहां तो उसका दायित्व प्रारंभ होता है। मीडिया की कवरेज में जहां उसे उस समस्या का समाधान प्रस्तुत करना चाहिए और समय आने पर अपने हाथ में कमान भी लेनी चाहिए। इसी मिशनरी पत्रकारिता के चलते ही देश में स्वतंत्रता आई। हम सभी जानते हैं कि हमारे बहुत से स्वतंत्रता सेनानी क्रांतिकारी पत्रकार व लेखक भी थे। उन्होंने अपनी कलम से देश में स्वतंत्रता की ¨चगारी लगाई और उसका नेतृत्व भी किया।
सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव का जिक्र करते हुए प्रसिद्ध गायक सरदूल सिकंदर ने कहा कि नागरिक पत्रकारिता ने इस क्षेत्र को बहुत विस्तृत कर दिया परंतु इसके कई तरह के खतरे भी सामने आए हैं। एक विदेशी एजेंसी द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से देशवासियों का डाटा चोरी किए जाने की चर्चा गहमागहमी का विषय बनी हुई है। समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए एएस कॉलेज खन्ना के ¨प्रसिपल आरएस झांजी ने कहा कि सूचना तकनीक ने आज के मानव जीवन को सरल व सुगम बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है और हमारी सोच के दायरे को विस्तृत किया है।