राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाई विजयादशमी व स्थापना दिवस
रविवार को विजयादशमी के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का 95वां स्थापना दिवस लाला सरकारू मल सर्वहितकारी विद्या मंदिर स्कूल में मनाया गया।
जागरण संवाददाता, खन्ना : रविवार को विजयादशमी के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का 95वां स्थापना दिवस लाला सरकारू मल सर्वहितकारी विद्या मंदिर स्कूल में मनाया गया। कोरोना के कारण इस बार पथ संचलन नहीं किया गया। इस दौरान भगवान वाल्मीकि जी व श्रीराम वंदन के पश्चात शस्त्र पूजा भी की गई।
मुख्य वक्ता अनिल गोयल ने बताया कि 27 सितंबर 1925 को विजयादशमी के दिन नागपुर में डा. केशवराव बलिराम हेडगेवार ने संघ की स्थापना की थी। स्थापना के मात्र 11 वर्षों के भीतर ही लाहौर व कोलकाता में भी संघ की शाखाएं लगनी शुरू हो गई। संघ परम पावनी गंगा के समान अपनी धारा से पूरे समाज का कल्याण कर रहा है। देश के विभाजन के समय संघ को हिदू समाज अपने सरंक्षक के तौर पर मानने लगा इसका ज्यादा विस्तार हुआ।
गोयल ने कहा कि आरएसएस किसी तरह के छुआछूत को स्वीकार नहीं करता। संघ द्वारा पिछले कुछ सालों से चलाई जा रही स्वदेशी जागरण मुहिम का प्रभाव यह हुआ कि आज चीन से तनाव व्याप्त होने के कारण भारतवासियों को चीन के सामान का बहिष्कार करके स्वदेशी अपनाने में सहजता महसूस हुई। उन्होने संघ व इसकी विभिन्न इकाइयों द्वारा समाज के प्रति किए योगदान एवं कल्याणकारी कार्यों पर भी प्रकाश डाला।