तपोवन ढक्की साहिब में गुरबाणी से संगत को निहाल किया
गुरूद्वारा तपोवन ढक्की साहिब मकसूदड़ा में श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की रहनुमाई और संत बाबा दर्शन सिंह जी खालसा की देखरेख में धार्मिक समारोह का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, खन्ना : गुरूद्वारा तपोवन ढक्की साहिब मकसूदड़ा में श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की रहनुमाई और संत बाबा दर्शन सिंह जी खालसा की देखरेख में धार्मिक समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान श्री अखंड पाठ साहिब व श्री सुखमणि साहिब के पाठ के भोग डाले गए।
गुरमति कीर्तन टकसाल ढक्की साहिब के विद्यार्थियों, जत्थे के सिंहो व संत बाबा दर्शन सिंह जी खालसे ने गुरबाणी कीर्तन व अनुभवी प्रवचन से संगत को निहाल किया।
उन्होंने कहा कि इंसान की जिदगी में उस वक्त नया मोड़ आता है जब किसी बैरागी महापुरूष से उसका मिलाप होता है। फिर इंसान परमात्मा की भक्ति व सेवा सिमरन को जिदगी का असली मकसद समझता है।
संत खालसा जी ने कहा कि भगवान का नाम वह शक्ति है जो अनेक रोगों को घटाने व खत्म करने की ताकत ही नहीं रखता, बल्कि करोड़ों पापों का नाश भी करता है। इसके लिए परमात्मा पर विश्वास होना जरूरी है। उन्होंने नशे का त्याग करने, जीवों पर दया करने, अपने अवगुण देखने और सेवा सिमरन कर जन्म सफल करने की प्रेरणा दी।