बारिश ने खोली प्रशासन के दावों की पोल, खुले आसमान तले भीगती रही धान Ludhiana News
बुधवार रात और वीरवार सुबह की हुई बरसात ने मौसम को ठंडा तो कर दिया लेकिन किसानों को पेरशानी में डाल दिया।
खन्ना [सचिन आनंद]। बुधवार रात और वीरवार सुबह हुई बरसात ने मौसम को ठंडा तो कर दिया पर किसानों के लिए परेशानी भी खड़ी हो गई। साथ प्रशासन के उन दावों की भी पोल खोल कर रख दी जिसमें किसानों की फसलों को संभालने के दावे किए जा रहे थे। एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी में जबतक प्रशासन और आढ़ती संभल पाते बरसात ने रखा धान भिगो दिया। कुछ जगहों पर पानी भरा होने की वजह से धान की बोरियां भी भीग गई। वीरवार सुबह तक मंडी में लिफ्टिंग के इंतजार में खरीदी हुई धान की फसल भी बारिश में भीगती रही। बारिश में धान की फसल भीगने से नमी की मात्रा बढ़ गई है। इससे राइस मिर्ल्स को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। पहले ही मंडी में धान की नमी को लेकर काफी बवाल हो चुका है।
खरीद एजेंसी के इंस्पेक्टर हरभजन सिंह ने बताया कि मंडी में खरीद पिछले साल के मुकाबले 90 प्रतिशत हो चुकी है वहीं लिफ्टिंग 80 प्रतिशत से ज्यादा हो चुकी है। बारिश से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। आढ़तियों के पास तरपालों का पूरा प्रबंध है। एक बरसात से ही धड़ाम हुआ एयर क्वालिटी इंडेक्स खन्ना मंडी में बरसात से किसानों को भले ही परेशानी हुई, लेकिन खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके प्रदूषण में इससे गिरावट आई है। जो लोगों के लिए अच्छी खबर है।
खन्ना में साढ़े तीन सौ के ऊपर घूम रहा एयर क्वालिटी इंडेक्स
पुलिस की सख्ती और किसानों पर दर्ज किए परचों के बाद बुधवार को 225 पर पहुंच गया था। लेकिन, वीरवार को यह औंधे मुंह गिरा है। बुधवार की रात 225 था एआइक्यू केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार बुधवार की रात करीब पौने नौ बजे खन्ना शहर का एआइक्यू 225 था। बुधवार रात और वीरवार को दिन में हुई बरसात से इसमें भारी गिरावट देखने को मिली। लेकिन बरसात के बाद वीरवार रात करीब पौने आठ बजे खन्ना का एयर क्वालिटी इंडेक्स गिरकर 81 पर पहुंच गया। विभाग के अनुसार अब लोगों को सांस लेने में कोई समस्या नहीं आएगी।
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