संस्कृत कॉलेज के स्टूडेंटस से लिया मजदूरों का काम, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
खन्ना स्थित प्राचीन श्री सरस्वती संस्कृत कॉलेज के विद्यार्थियों से मजदूरों का काम लेने के मामले में विवाद शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, खन्ना। खन्ना स्थित प्राचीन श्री सरस्वती संस्कृत कॉलेज के विद्यार्थियों से मजदूरों का काम लेने के मामले में विवाद शुरू हो गया है। कॉलेज में विद्यार्थियों से पढ़ाई को छोड़ दूसरे काम कराने की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मैनेजमेंट विवादों में घर गया है वायरल वीडियो में संस्कृत कॉलेज के कुछ स्टूडेंट्स चांदला मार्केट स्थित श्री राम मंदिर में से पुराना फर्नीचर टेंपो में लोड करते दिखाई दे रहे हैं। यह मंदिर और इसके आसपास की संपत्ति कॉलेज के ही अधीन है। इनके पास ही कॉलेज का एक टीचर भी खड़ा है, जो फर्नीचर को हाथ तक नहीं लगा रहा। वीडियो में एक स्टूडेंट दावा कर रहा है कि वे संस्कृत कॉलेज के हैं और टीचर के कहने पर ही यह काम कर रहे हैं।
मैनेजमेंट ने कॉलेज का सत्यानाश किया : तिवारी
संस्कृत कॉलेज के पूर्व प्रधान स्वर्गीय अशोक तिवारी के भतीजे अमित तिवारी ने स्टूडेंट्स से मजदूरों वाला काम कराने की निंदा करते हुए कहा कि मैनेजमेंट ने कॉलेज का सत्यानाश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। मैनेजमेंट की तानाशाही के कारण ही कुछ समय पहले प्रिंसिपल ने इस्तीफा दिया था। कॉलेज को बचाने के लिए हिंदू संगठनों को एकत्र होना चाहिए।
विद्यार्थियों से केवल बेंच ही उठवाए हैं : सचिव
मैनेजमेंट के सचिव द्वारका दास ने कहा कि मंदिर की मेंटेनेंस का काम हो रहा है। इस लिए वहां कई सालों से पड़े पाठशाला के ही बेंच उठवाए गए। चार-पांच स्टूडेंट्स ही बेंच लेने गए थे। बाकी किसी से कोई लेबर नहीं कराई गई। उनकी मैनेजमेंट कॉलेज की तरक्की को लेकर दिन रात एक कर रही है। विरोधी बेवजह बात को उछाल रहे हैं।