पूर्व मंत्री करम सिंह की बेटी ने खन्ना विधानसभा से ठोकी ताल
पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री करम सिंह गिल की बेटी रानी रमणीक कौर ग्रेवाल ने खन्ना विधानसभा से अपनी सियासी ताल ठोक दी है। पहली बार सियासत में हाथ आजमा रही रानी रमणीक ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर अपने राजनीति में आने को लेकर फैली सभी अटकलों का जवाब दे दिया। उन्होंने कहा कि वे 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है।
जागरण संवाददाता, खन्ना : पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री करम सिंह गिल की बेटी रानी रमणीक कौर ग्रेवाल ने खन्ना विधानसभा से अपनी सियासी ताल ठोक दी है। पहली बार सियासत में हाथ आजमा रही रानी रमणीक ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर अपने राजनीति में आने को लेकर फैली सभी अटकलों का जवाब दे दिया। उन्होंने कहा कि वे 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है। पार्टी का राजफाश कुछ दिनों बाद करेंगी। उनके पिता इस इलाके के लिए बहुत करना चाहते थे। उनका सपना वे पूरा करना चाहती हैं।
रानी रमणीक कौर ने कहा कि खन्ना की दुर्दशा देखकर उनका मन परेशान होता है। वे शादी के बाद अपने गृहस्थ जीवन में व्यस्त रही। कोरोना काल के दौरान लाकडाउन में खन्ना को काफी समझने और देखने का मौका मिला। उससे अहसास हुआ कि खन्ना एक माफिया के चंगुल में है। इस माफिया की वजह से इलाके का विकास रुका हुआ है। वे अपने इलाके के लिए कुछ करना चाहती हैं। वह बिना सियासत में आए नहीं किया जा सकता।
राजा गिल की बहन, कोटली से भी रिश्तेदारी
रानी रमणीक कौर ग्रेवाल पुराने कांग्रेसी परिवार से हैं। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव और कैबिनेट मंत्री व खन्ना के विधायक गुरकीरत सिंह कोटली के खास रूपिदर सिंह राजा गिल के वे सगी बहन हैं। कोटली और सांसद रवनीत सिंह बिट्टी से भी उनकी रिश्तेदारी है। राजा गिल खुद साहनेवाल विधानसभा सीट से काग्रेस की टिकट के लिए मशक्कत कर रहे हैं। ऐसे में परिवार के अंदर से उठी इस बगावत को कोटली व राजा गिल के लिए संभालना एक बड़ी चुनौती होगी।
पुराने कांग्रेसियों का मिला साथ
रानी रमणीक कौर ग्रेवाल किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी, फिलहाल यह साफ नहीं है लेकिन खन्ना पहुंचते ही उन्हें पुराने कांग्रेसी नेताओं का साथ जरूर मिल गया है। खन्ना नगर कौंसिल के पूर्व उप प्रधान और वरिष्ठ कांग्रेसी केएल सहगल भी उनकी प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद थे। इसके अलावा 2017 विधानसभा चुनाव ेमं बसपा से चुनाव लड़े पुराने कांग्रेसी शशिवर्द्धन भी वहां मौजूद रहे। शशिवर्द्धन कुछ ही माह पहले दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसके अलावा कईं अन्य भी छोटे कांग्रेसी नेता रानी रमणीक कौर के साथ मौजूद रहे।
कौंसिल प्रधान का मुद्दा उठा दबाई दुखती नब्ज
रानी रमणीक कौर की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान खन्ना की सियासत को लेकर उनके होम वर्क के संकेत भी मिले। उन्होंने इस वक्त कांग्रेस और कैबिनेट मंत्री गुरकीरत सिंह कोटली की दुखती नब्ज बन चुके खन्ना नगर कौंसिल के अनुसूचित जाति के प्रधान कमलजीत सिंह लद्दड़ का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि लद्दड़ को अपनी मर्जी से काम नहीं करने दिया जा रहा। कांग्रेस के नेता उन्हें कठपुतली बनाना चाहते हैं। यह सरासर अन्याय है।