रेलवे लाइ न पार ना राशन पहुंचा और ना कोई और सुविधा
खन्ना शहर की एक तिहाई आबादी पक्षपात के जरिए सोतेले व्यवहार की शिकार हो रही है। यह आरोप किसी विपक्ष ने नहीं बल्कि प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के सात निवर्तमान पार्षदों ने लगाए हैं। वह भी ऐसे वक्त पर जब कांग्रेस सरकार और स्थानीय प्रशासन लोगों को घरों में राशन और मेडीकल सुविधाएं पहुंचाने का दावा कर रहा है। ऐसे में पार्टी के जिमेमेवार नेताओं के यह आरोप जमीनी हकीकत पर सवाल खड़े करती है।
जागरण संवाददाता, खन्ना : खन्ना शहर की एक तिहाई आबादी पक्षपात के जरिए सौतेले व्यवहार की शिकार हो रही है। यह आरोप प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के सात निवर्तमान पार्षदों ने लगाए हैं। वह भी ऐसे वक्त पर जब कांग्रेस सरकार और स्थानीय प्रशासन लोगों को घरों में राशन और मेडिकल सुविधाएं पहुंचाने का दावा कर रहा है। ऐसे में पार्टी के जिम्मेवार नेताओं के यह आरोप जमीनी हकीकत पर सवाल खड़े करते हैं।
आरोप लगाने वालों में इंप्रूवमेंट ट्रस्ट खन्ना के चेयरमैन और निवर्तमान पार्षद गुरमिंदर सिंह लाली, खन्ना नगर कौंसिल के पूर्व उप प्रधान विजय शर्मा, सुनील कुमार नीटा, गुरदीप मशाल, अंजनजीत कौर, कृष्ण पाल (सभी निवर्तमान पार्षद), निवर्तमान पार्षद पति गुरमेल सिंह काला और कांग्रेस की तरफ से कौंसिल चुनाव लड़ चुके कर्मजीत सिंह सिफ्ती शामिल हैं। नेताओं का आरोप है कि रेलवे लाइन पार इलाके से हमेशा ही सौतेला बर्ताव होता आया है।
उन्होंने कहा कि इस आपदा की घड़ी में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा भेजी जा रही राहत सामग्री सत्ताधारी पार्टी के कुछ चहेतों के वार्डो तक ही सीमित रह गई है। प्रशासन भोजन, दवाओं या राशन पहुंचाने में नाकाम साबित हुआ है। उन्होंने पंजाब सरकार तथा उच्च अधिकारियों से मांग की है कि मौजूदा प्रशासन की इन वार्डो के लोगों की जरूरतों के प्रति बेरुखी और लापरवाही के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
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आरोपों की जांच की जाएगी : एसडीएम
एसडीएम खन्ना संदीप सिंह ने कहा कि नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों की वे जांच करेंगे। उन्हें नहीं लगता कि शहर के किसी इलाके से कोई सौतेला व्यवहार किया जा सकता है। फिर भी वे निजी तौर पर इसके बारे में पता करेंगें। किसी भी जरूरतमंद कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी।