Hero Motors ने ब्रिटिश कंपनी हेवलैंड इंजीनियरिंग में रणनीतिक हिस्सेदारी हासिल की, विदेशों में भी बना सकेंगे प्रोडक्ट्स
हीरो मोटर्स कंपनी ने ब्रिटेन के ट्रांसमिशन डिजाइन टेक्नोलोजी की लीडिंग कंपनी हेवलैंड इंजीनियरिंग लिमिटेड के साथ रणनीतिक हिस्सेदारी हासिल की है। यह साझेदारी कितनी कीमत में हुई है अभी यह नहीं बताया गया है लेकिन इस साझेदारी से हेवलैंड अपने प्रोडक्ट और सर्विस पोर्टफोलियो को मजबूत कर पाएगा।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। लीडिंग ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफेक्चरर हीरो मोटर्स कंपनी (एचएमसी) ने ब्रिटेन के ट्रांसमिशन डिजाइन टेक्नोलोजी की लीडिंग कंपनी हेवलैंड इंजीनियरिंग लिमिटेड के साथ रणनीतिक हिस्सेदारी हासिल की है। इस साझेदारी से हीरो मोटर्स को एक काम्पिटीटिव सिंगल सोर्स यूनिट को हाई क्वालिटी ट्रांसमिशन प्रोडक्ट्स, खास करके हाल में प्रचलित हुए नए इलेक्ट्रानिक वेहिकल सेगमेंट में प्रोडक्ट्स को उत्तरी अमेरिका, यूरोप और भारत में बनाने में मदद मिलेगी। यह साझेदारी कितनी कीमत में हुई है अभी यह नहीं बताया गया है, लेकिन इस साझेदारी से एक बात पक्की है कि इससे हेवलैंड अपने प्रोडक्ट और सर्विस पोर्टफोलियो को मजबूत कर पाएगा। पोर्टफोलियो में यह मजबूती खास करके इलेक्ट्रिक पैसेंजर कारों के ट्रांसमिशन में आएगी। इसके अलावा कंपनी को ग्लोबल ओईएमएस और टियर-1 सप्लायर में भी तेजी से आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
हाई वोल्यूम मैन्युफैक्चरिंग में आएगी मजबूती : हीरो
हीरो मोटर्स कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और चेयरमैंन पंकज एम मुंजाल ने कहा कि हम हेवलैंड में रणनीतिक इक्विटी निवेश की घोषणा करते हुए बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं। हेवलैंड के पास 60 से अधिक वर्षों की समृद्ध विरासत और ग्लोबल मोटरस्पोर्ट और ओईएम कंपोनेंट सप्लाई में टाप पर रहने का अनुभव है। उन्होंने आगे कहा कि ट्रांसमिशन प्रोडक्ट सेगमेंट में यह निवेश हमारे लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक मोड़ को दर्शाता है। हेवलैंड की व्यापक डिजाइन और एनालाइसिस क्षमता को साथ में मिलाने से हमारी हाई वोल्यूम मैन्युफैक्चरिंग में मजबूती आएगी। हम ग्लोबल ओईएम और टियर-1 सप्लायर को फुल-स्ट्रीम ट्रांसमिशन सोल्यूशन देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हम ब्रिटेन में निवेश करना जारी रखे हुए हैं क्योंकि यह हमारे इलेक्ट्रानिक वेहिकल का बहुत बड़ा हब है और यहां पर साईकिल से सम्बंधित एक्टिविटी ज्यादा होती है। इसके अलावा इस साझेदारी से हमें हेवलैंड के बने बनाए मोटरस्पोर्ट कस्टमर का बेस भी मिल जाएगा।
हेवलैंड नए-नए ट्रांसमिशन डिजाइन को प्रोवाइड कराने में सक्षम
पिछले कुछ सालों में हेवलैंड ने कई हाई प्रोफाइल ओईएम कस्टमर को इलेक्ट्रानिक वेहिकल ट्रांसमिशन सोल्यूशन को प्रोवाइड किया है और इस दौरान उनमें साल दर साल बढ़ोत्तरी भी देखी गई है। मोटरस्पोर्ट में अच्छा खासा अनुभव होने से हेवलैंड नए-नए ट्रांसमिशन डिजाइन को प्रोवाइड कराने में सक्षम है। इनका निर्माण निर्धारित समय में कस्टमर की जरुरत को ध्यान में रखते हुए शीघ्र डेवलपमेंट प्रोग्राम के लिए किया जाता है। ताकि इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग को पूरा किया जा सके। इसके अलावा हेवलैंड ने मोटरस्पोर्ट के लिए टेक्नोलोजी और मैन्युफैक्चरिंग तकनीक (जोकि अत्यधिक कुशल ट्रांसमिशन डिजाइन और हल्के भार वाले कंपोनेंट होते है) को ट्रांसफर करने में सक्षम रहा है। यही नहीं हेवलैंड ने ओईएम के अपने कस्टमर को भी मार्केट सेक्टर की वेराइटी में महत्वपूर्ण लाभ पहुंचाया है।
इलेक्ट्रानिक वाहनों के मार्केट में हमारी क्षमता और उपस्थिति बढ़ेगी: हेवलैंड
हेवलैंड इंजीनियरिंग के चेयरमैन विलियम हेवलैंड ने कहा कि पिछले 10 सालों में हेवलैंड ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ट्रांसमिशन डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग, गियर-ट्रेन एनालिसिस और फुल स्ट्रक्चर, कार के इंटरनल दहन इंजन के निर्माण में अपनी पकड़ मजबूत की है। हीरो मोटर्स के साथ यह नया गठबंधन एक कैपिटल इन्फ्यूजन है, जो हमें अपनी ग्रोथ इनीशिएटिव को अमल में लाने में मदद करेगा। इसके साथ ही साथ इससे इलेक्ट्रानिक वाहनों के मार्केट में हमारी क्षमता और उपस्थिति भी बढ़ेगी। हीरो मोटर्स के साथ इस गठबंधन से हम उत्तरी अमेरिका, यूरोप और भारत के लिए फुल प्रोग्राम डिलीवरी (जो ट्रांसमिशन डिजाइन से हाई वोल्यूम मैन्युफैक्चर तक होगा) हेतु एक कॉम्पिटीटिव सिंगल सोर्स यूनिट होंगे।
2021 की पहली छमाही में मजबूत वृद्धि की ओर बढ़ रहा हीरो मोटर्स
यह निवेश ऐसे समय में हुआ है जब हीरो मोटर्स वित्तीय वर्ष 2021 की पहली छमाही में मजबूत वृद्धि दर्ज कर रहा है। यह वृद्धि इसलिए जारी है क्योंकि अपने घरेलु मार्केट में प्रमुख एक्सपोर्ट प्रोजेक्ट और वोल्यूम में मजबूत वृद्धि हुई है। इस साल की शुरूआत में तीन साल का रोडमैप तैयार किया गया था जिसमे हीरो ग्रुप ने अपने रिसर्च एंड डेवलपमेंट तथा बिजनेस-डेवलपमेंट एक्टिविटी को यूरोपीय क्षेत्र में बढ़ाकर इंटरनेशनल रिवेन्यु (अंतर्राष्ट्रीय राजस्व) को तिगुना करने की योजना बनाई थी।