एफडीआइ लागू कर सरकार ने व्यापारी विरोधी का प्रमाण दिया
मृतसर में रविवार को एफडीआइ व ई-कॉमर्स के खिलाफ निकाली गई शव यात्रा में जगराओं डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के सदस्यों ने भी भाग लिया।
जासं, जगराओं : अमृतसर में रविवार को एफडीआइ व ई-कॉमर्स के खिलाफ निकाली गई शव यात्रा में जगराओं डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के सदस्यों ने भी भाग लिया। एसोसिएशन के प्रधान सुरिंदर गुप्ता व उपप्रधान दिनेश जैन, सचिव प्रदीप गुप्ता ने बताया कि पंजाब भर से डिस्ट्रीब्यूटर्स एफडीआइ व इ-कॉमर्स की शवयात्रा में भाग लेने के लिए अमृतसर पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा कि एफडीआइ व ई-कॉमर्स खुदरा व्यापार में शत-प्रतिशत दखलअंदाजी केंद्र सरकार की इजाजत से की जा रही है। पारंपरिक व्यापार हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है। इससे मध्यम वर्ग के व्यापारियों को कारोबार व वेतन भोगियों को रोजगार मिलता है। यूपीए सरकार ने 49 फीसद एफडीआइ को इजाजत दी थी, लेकिन एडीए सरकार ने इसे 100 फीसद कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब एनडीए विपक्ष में थी तो इन्होंने एफडीआइ को रोकने के लिए जोरदार भाषण दिए और व्यापारियों का दिल जीता। लेकिन अपनी सरकार बनने पर एफडीआइ को शत-प्रतिशत लागू कर व्यापारी विरोधी होने का प्रमाण दिया है। अगर सरकार को एफडीआइ को ऐसे ही देश में स्थान देना है तो मेडिकल व शिक्षा के क्षेत्र में भी एफडीआइ को बढ़ावा दे, जहा इसकी जरूरत हे। खुदरा व्यापार से दखलअंदाजी से देश में बेरोजगारी बढ़ने से एफडीआइ व ई-कॉमर्स का बहुत बड़ा हाथ है। उन्होंने कहा कि एफडीआइ व ई-कॉमर्स से डिस्ट्रीब्यूटर का व्यापार आधा रह गया है। सरकार सभी कंपनियों पर दबाब बनाए कि जिस दाम से वह कोई सामान एफडीआइ व ई-कॉमर्स के माध्यम से बेच रही है वहीं दाम डिस्ट्रीब्यूटर को दें। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया से देश की आधी से ज्यादा जनता परेशान है। इस मौके पर राजू सिंगला, शेखर बासल, विवेक छिब्बड़, अनिल कपूर, वरुण गोयल, अजय मित्तल सहित अन्य व्यापारी वर्ग के सदस्य शामिल थे।