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टोटल हिप व नी रिप्लेसमेंट ट्रांसप्लांट के लिए ज्यादा सेफ है रोबोटिक सर्जरीः डा. महाजन

डॉ. संजीव महाजन ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी होने के बाद मरीज को यह एहसास ही नहीं रहता कि उसकी सर्जरी हुई है। इंप्लांट किए जाने वाले घुटने व कूल्हे की आयु भी लंबी हो जाती है और सर्जरी के बाद मरीज सामान्य जीवन जी सकता है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 04:51 PM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 04:51 PM (IST)
टोटल हिप व नी रिप्लेसमेंट ट्रांसप्लांट के लिए ज्यादा सेफ है रोबोटिक सर्जरीः डा. महाजन
लुधियाना के फोर्टिस अस्पताल में डॉ. संजीव महाजन ने रोबोटिक सर्जरी की लाइव प्रदर्शन किया।

लुधियाना, जेएनएन। फोर्टिस अस्पताल के ऑर्थोपेडिक्स, रोबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट एंड स्पोर्ट्स मेडिसिन विभाग ने रोबोटिक सर्जरी का लाइव प्रदर्शन किया है। विभाग के डायरेक्टर डॉ. संजीव महाजन ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से टोटल हिप व नी रिप्लेसमेंट कराना पूरी तरह सुरक्षित है। इसका सक्सेस रेट 90 से 95 फीसद है। इसमें कम ब्लड लॉस के साथ फास्ट रिकवरी होती है। रोबोटिक सर्जरी में जोड़ बिल्कुल सटीक फिट होते हैं और इसमें कमी रहने की गुंजाइश नहीं होती।

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उन्होंने कहा कि रोबोटिक सर्जरी होने के बाद मरीज को यह एहसास ही नहीं रहता कि उसकी सर्जरी हुई है। क्योंकि इस सर्जरी के बाद मरीज एकदम सामान्य जीवन जी सकता है। इस तकनीक को अपनाने वाले डॉक्टर के लिए रोबोट के हाथों को नियंत्रित करने की विशेषता जरूरी है। इस तकनीक से इंप्लांट सर्जन की स्पीड बढ़ती है और इंप्लांट किए जाने वाले घुटने व कूल्हे की आयु भी लंबी हो जाती है क्योंकि इसमें सटीकता को प्राथमिकता दी जाती है। घुटना रिप्लेसमेंट के लिए रोबोटिक्स सर्जिकल सिस्टम सर्जिकल टेबल पर घुटने के जोड़ का एक सटीक और अनुकूल 3-डी मॉडल बनाने में मदद करता है, जो पूरी तरह फिट बैठता है और इसमें कमी की कोई गुंजाइश नहीं रहती।

इसकी मदद से सर्जन ऑपरेटिंग रूम में ही मरीज के लिए सही प्लानिंग कर सकता है। सर्जरी के दौरान ब्लड लॉस कम होता। अगर जोड़ से कोई हड्डी हटाने की जरूरत होती है तो वह संरचना को बिना कोई नुकसान पहुंचाए हटाई जा सकती है। इससे घुटना एकदम स्वाभाविक लगता है और रोगी को भी यह एहसास नहीं रहता कि उसकी रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई है।

रोबोटिक सर्जरी से मरीज ज्यादा संतुष्ट

फोर्टिस के जोनल डायरेक्टर डॉ. विश्वदीप गोयल ने कहा कि रोबोटिक तकनीक जाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी को अगले लेवल तक ले आई है। इससे मरीज ज्यादा संतुष्ट हैं। क्योंकि उन्हें ज्यादा समय अस्पताल में भी नहीं रहना पड़ता और वह जल्दी ही डिस्चार्ज होकर अपने घर जा सकता है। इस तकनीक से सर्जरी होने पर किसी तरह की इंफेक्शन होने की आशंका भी नहीं रहती। रोबोटिक्स तकनीक से सर्जरी कराने के बाद मरीज को ज्यादा फिजियोथैरेपी कराने की जरूरत भी नहीं रहती।

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