लुधियाना में पोलिंग बूथ माडल पर बनाई सेशन साइट्स में होगी वैक्सीनेशन, प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन व आइकार्ड होगा जरूरी
लुधियाना में इलेक्शन पोलिंग के माडल पर वैक्सीनेशन के लिए सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों व निजी अस्पतालों में थ्री रूम सेट सेशन साइट्स (बूथ) तैयार किए जा रहे हैं। अब तक 805 सेशन साइट्स तैयार की जा चुकी हैं।
लुधियाना, जेएनएन। कोरोना वैक्सीन के जल्द आने की संभावना है। ऐसे में सेहत विभाग की ओर से वैक्सीनेशन को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल कोरोना से बचाव की वैक्सीनेशन चार चरणों में होनी है। पहले चरण में हेल्थ केयर वर्करों, दूसरे चरण में पुलिस विभाग, आर्मी, एयर फोर्स व म्यूनिसिपल कारपोरेशन सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों की वैक्सीनेशन की जाएगी जबकि तीसरे चरण में 50 साल से अधिक आयु के लोगों व चौथे चरण में 50 साल के कम आयु वाले उन लोगों की वैक्सीनेशन की जाएगी, जिन्हें अलग-अलग तरह की बीमारियां हैं।
सिविल सर्जन डा. राजेश बग्गा के अनुसार जैसे इलेक्शन के समय पोलिंग बूथ बनते हैं, उसी माडल पर वैक्सीनेशन के लिए सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों व निजी अस्पतालों में थ्री रूम सेट सेशन साइट्स (बूथ) तैयार किए जा रहे हैं जिससे कि भीड़ न जुटे। जिले में अब तक 805 सेशन साइट्स तैयार की जा चुकी हैं। 67 कोल्ड चेन प्वाइंट स्थापित किए जा चुके हैं और जरूरी तापमान में वैक्सीन को रखने के लिए जरूरत अनुसार 74 आइस लाइन्ड फ्रिज (आइएलआर) व 77 डीप फ्रिजर के प्रबंध किए गए हैं जबकि वैक्सीनेशन की प्रक्रिया की निगरानी के लिए 43 सुपरवाइजर भी नियुक्त किए गए हैं।
सेशन साइटस पर ऐसी रहेगी वैक्सीनेशन प्रक्रिया
जैसे ही कोई सेशन साइट पर प्रवेश करेगा, तो उसकी रजिस्ट्रेशन देखी जाएगी। इसके बाद व्यक्ति वेटिंग में जाएगा जहां दोबारा आइकार्ड देखा जाएगा। अगर गवर्नमेंट का आइकार्ड होगा, तो अच्छा। अगर नहीं है, तो इंस्टीश्यूशनल आइकार्ड देखा जाएगा। उसके बाद व्यक्ति वैक्सीनेटर के पास जाएगा। वैक्सीनेटर डाक्टर, नर्स या कोई एएनएम भी हो सकती है। वैक्सीनेशन के लिए पहले ही इन सभी को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। वैक्सीन के बाद अंत में व्यक्ति को आब्जर्वेशन रूम में भेजा जाएगा। वहां पर स्टाफ रहेगा। एक आब्जर्वर रहेगा जो तीस मिनट तक उसे आब्जर्व करेगा। उसके बाद व्यक्ति साइट से बाहर जा सकता है। सिविल सर्जन डा. बग्गा ने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए जिनका रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं, उन्हें मैसेज के जरिए बताएंगे कि किस तारीख को कितने बजे उन्हें वैक्सीनेशन के लिए जाना है।
वैक्सीनेशन की डोज पूरी होते ही सर्टिफिकेट भी जनरेट होगा
जिला इम्यूनाइजेशन आफिसर डा. किरण आहलुवालिया के अनुसार वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज दिए जाने के बाद मैसेज भेजा जाएगा। फिलहाल वैक्सीन की दो डोज लगाई जानी है। एक जीरो डोज लगेगी और फिर 28 दिन बाद लगेगी। जब सेकेंड डोज लग जाएगी, तो उसका सर्टिफिकेट जनरेट हो जाएगा। अगर तीसरी डोज आ जाती है, तो 56 दिन के बाद वैक्सीनेशन की जाएगी।
वैक्सीन की डोज लेने वालों पर नजर रखेगी मेडिकल कमेटी
सिविल सर्जन ने बताया कि मेडिकल कमेटी भी बना दी है। इसमें अलग-अलग एक्सपर्ट्स शामिल होंगे। कमेटी वैक्सीन की डोज लेने वालों पर नजर रखेगी। आब्जर्वेशन रूम या घर जाने के बाद वैक्सीन की डोज लेने वाले को अगर किसी तरह का कोई रिएक्शन होता है, तो यह मेडिकल कमेटी उसके कारणों की जांच करेगी।