Ludhiana Coronavirus Alert: लुधियाना में बढ़ रहा कोरोना संक्रमण, इसीलिए नहीं खुल रहे शिक्षण संस्थान
Ludhiana Coronavirus Alert कोरोना की दूसरी लहर से जहां लोग परेशान हैं वहीं शिक्षा जगत से जुड़े लोगों बच्चों एवं अभिभावकों के समक्ष असमंजस की स्थिति भी बनी हुई है। अब सरकार ने दस अप्रैल तक सूबे के शिक्षण संस्थान बंद रखने का आदेश दे दिया है।
लुधियाना, राधिका कपूर। कोरोना की दूसरी लहर से जहां लोग परेशान हैं, वहीं शिक्षा जगत से जुड़े लोगों, बच्चों एवं अभिभावकों के समक्ष असमंजस की स्थिति भी बनी हुई है। अब सरकार ने दस अप्रैल तक सूबे के शिक्षण संस्थान बंद रखने का आदेश दे दिया है। बच्चों के अभिभावक सरकार के इस फैसले के समर्थन में हैं। उनका कहना है कि संक्रमण कम होने पर ही बच्चों का स्कूल जाना मुनासिब रहेगा, तब तक आनलाइन स्टडी ही एकमात्र रास्ता है।
दरअसल, पिछले साल संक्रमण कम होने पर अक्टूबर में राज्य को स्कूल चरणों में खोल दिए गए थे। पहले चरण में नौंवीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को बुलाया गया था और इस साल पांच जनवरी से कक्षा पांचवीं से बारहवीं तक और एक फरवरी से प्री-प्राइमरी स्कूल खोल दिए गए थे। पांच जनवरी जब स्कूल खुले तो शहर में उस दिन कोरोना के 32 केस, एक फरवरी को 55 केस आए थे।
फरवरी में कोरोना की दूसरी लहर ने जैसे ही संक्रमण बढ़ाना शुरू किया तो स्कूलों के विद्यार्थी, शिक्षक भी इसकी चपेट में आने लगे। इसी के मद्देनजर सरकार को एक बार फिर से 22 मार्च से 31 मार्च और अब 10 अप्रैल तक स्कूल बंद करने का फैसला लेना पड़ा। बात जिले के स्कूलों में संक्रमण फैलने की करें तो ये सिलसिला अभी तक जारी है। अब तक विभिन्न स्कूलों के 401 विद्यार्थी, 262 शिक्षक और तमाम स्टाफ सदस्य कोरोना पाजिटिव आ चुके हैं।
स्कूल पाजिटिव विद्यार्थी पाजिटिव अध्यापक कितने दिन बंद रहा स्कूल
सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल गालिब कलां ( जनवरी तक) 27 14 (एक मौत) - दो सप्ताह
सरकारी हाई स्कूल भूंदडी 18 3 दो सप्ताह
सरकारी स्कूल मल्टीपर्पज 15 (एक मौत) 1 तीन दिन
सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल चौंता 37 2 दो सप्ताह
सरकारी स्कूल सेखेवाल 16 5 दो सप्ताह
अभिभावक बोले, कुछ समय इंतजार करेंगे
मेरे बेटे ने इस साल सातवीं में जाना है, पर कोरोना इस समय फिर से पीक पर है। अभी मैं स्थिति सामान्य होने का इंतजार करूंगी।
- विजेता चावला, साऊथ सिटी
मेरे बेटे का अभी पहला साल है, जब वह स्कूल जाएगा। हालांकि मेरी बेटी पांचवीं में पढ़ती है। अगर स्कूल खुल भी गए तो मैं अभी बच्चों को स्कूल बिल्कुल नहीं भेजूंगी।
- सिल्की मोहिंद्रा, किचलू नगर
मेरी बेटी ने बारहवीं बोर्ड की परीक्षाएं देनी हैं। परीक्षाएं देना मजबूरी है, लेकिन कोरोना ने अब दोबारा पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। इसलिए अभी स्कूल बिल्कुल नहीं भेजूंगी।
- रेनुका नागपाल
नए सेशन में बेटी ने आठवीं कक्षा में जाना है, लेकिन फिलहाल उसे स्कूल नहीं भेजूंगी और आनलाइन पढ़ाई के साथ ही आगे बढ़ूंगी। स्थिति में थोड़ा सुधार होने का इंतजार करूंगी।
- रायना आहूजा