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कांग्रेस पार्षद बोले-यहां हमारी नहीं सुनी जाती तो पब्लिक का क्या होगा

शहर के रेलवे लाइन पार ललहेड़ी रोड इलाके के लोगों के सब्र का बांध टूटा ही था कि अब कांग्रेस के ही पार्षदों ने खन्ना नगर कौंसिल के अधिकारियों के खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 07:56 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 07:56 PM (IST)
कांग्रेस पार्षद बोले-यहां हमारी नहीं सुनी जाती तो पब्लिक का क्या होगा
कांग्रेस पार्षद बोले-यहां हमारी नहीं सुनी जाती तो पब्लिक का क्या होगा

जागरण संवाददाता, खन्ना : शहर के रेलवे लाइन पार ललहेड़ी रोड इलाके के लोगों के सब्र का बांध टूटा ही था कि अब कांग्रेस के ही पार्षदों ने खन्ना नगर कौंसिल के अधिकारियों के खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया है। पार्षदों ने कौंसिल के ईओ रणबीर ¨सह और प्रधान विकास मेहता को पत्र सौंप कर साफ कहा है कि जहां अधिकारी पार्षदों की नहीं सुनते वहां आम पब्लिक की सुनवाई कहां होती होगी। अपने पत्र में पार्षदों के निशाने पर अधिकारी और कर्मचारी ही रहे।

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इस पत्र पर रेलवे लाइन पार के चार पार्षदों गुर¨मदर ¨सह लाली, सुनील कुमार नीटा, अंजनजीत कौर और कृष्ण पाल के अलावा इलाके के लोगों के हस्ताक्षर हैं। चारों ही कांग्रेस के पार्षद हैं और खन्ना नगर कौंसिल पर भी कांग्रेस का कब्जा है। उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन पार इलाके में पानी की निकासी का बुरा हाल है। कौंसिल की तरफ से टैंकर कईं दिन नहीं आते। पानी निकालने को इस्तेमाल होने वाली मोटरें 15-15 दिन तक ठीक नहीं होती हैं। ऐसा लगता है जैसे कौंसिल अधिकारियों की इलाके के लोगों के साथ कोई रंजिश है।

पार्षदों ने कहा कि जिस रेलवे की जगह पर पानी फेंका जा रहा था, उसे भी मिट्टी डालकर रेलवे ने भरना शुरू कर दिया। इससे समस्या घटने की बजाय बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी इस तरफ अदिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। लापरवाही इस मुकाम पर है कि पार्षदों की लिखित शिकायतों की भी सुनवाई नहीं होती। इलाके में बीमारी फैलने का खतरा भी बना हुआ है। पार्षदों ने संघर्ष की चेतावनी भी दी है। फोटो-8

शिकायत की गंभीरता से जांच होगी : ईओ

खन्ना नगर कौंसिल के ईओ रणबीर ¨सह ने कहा कि पार्षदों की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है और इसकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी अधिकारी और कर्मचारी को लापरवाही नहीं बरतने दी जाएगी। सीवरेज की निकासी का पक्का हल तो सीवरेज प्रोजेक्ट के बाद ही हो सकता है, लेकिन तब तक लोगों को राहत देने के लिए कौंसिल पूरी तरह से वचनबद्ध है।


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