पीडियाट्रिक्स ट्रीटमेंट रिसर्च पर हुई चर्चा
पीडियाट्रिक्स इंसेंटिव केयर सोसायटी (पिक्स) और एसपीएस अस्पताल की ओर से पीडियाट्रिक्स ट्रीटमेंट रिसर्च पर आयोजित सीएमई में पूरे पंजाब के अलावा दिल्ली के डॉक्टर भी पहुंचे।
जासं, लुधियाना : पीडियाट्रिक्स इंसेंटिव केयर सोसायटी (पिक्स) और एसपीएस अस्पताल की ओर से पीडियाट्रिक्स ट्रीटमेंट रिसर्च पर आयोजित सीएमई में पूरे पंजाब के अलावा दिल्ली के डॉक्टर भी पहुंचे। इस दौरान प्री-टर्म पैदा होने वाले बच्चों से लेकर किशोर अवस्था में पहुंच चुके बच्चों के इलाज पर हुए शोध की जानकारी दी गई। बचपन में बच्चों को आने वाली प्रॉब्लम के लक्षण पर भी चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने सरकार द्वारा निर्धारित प्रारूप में जरूरी मामलों की रिपोर्ट करने और टीबी के इलाज में कार्ड ब्लड बैंकिंग की जरूरत पर चर्चा की। पंजाब मेडिकल कौंसिल (पीएमसी) के मेंबर डॉ. मनोज सोबती, पिक्स की प्रधान डॉ. पुनीत औलख पुन्नी, सेक्रेटरी डॉ. विकास बंसल के अलावा फेकल्टी गेस्ट पीडियाट्रिक्स हेमेट-ऑकोलॉजिस्ट डॉ. प्रियंका गुप्ता, पीडियाट्रिक्स न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. गुरप्रीत सिंह कोचर, पीडियाट्रिक्स सर्जन डॉ. आरजे सिंह, नियोनेटोलॉजिस्ट डॉ. तानिया महल व डॉ. प्रदीप शर्मा, पीडियाट्रिक्स कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नवदीप सिंह, पीडियाट्रिक्स नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. अंकित मंगल ने कहा कि हर कोई किसी न किसी तरह की एलर्जी से पीड़ित है और मार्केट में कई तरह के एलर्जी टेस्ट मौजूद है। सर गंगा राम अस्पताल दिल्ली के डॉ. नीरज गुप्ता ने इन टेस्टों की जरूरत पर प्रकाश डाला। सीएमई के ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डॉ. विकास बंसल ने कहा कि मेडिकल साइंस लगातार बदलता फील्ड है और एडवांसमेंट में लगातार हो रहे बदलाव के साथ खुद को अपडेट रखना जरूरी है। लुधियाना में पीडियाट्रिक्स के फील्ड में सुपर स्पेशलिस्ट होने के कारण हर तरह की दुर्लभ समस्या का इलाज किया जा सकता है।