हैकिंग से निकले 10 लाख, पुलिस बोली कार्ड का पिन चेंज कर लें
भाई रणधीर सिंह नगर स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम से तीन महीने पहले अज्ञात लोगों ने बैंक मुलाजिमों के साथ मिलकर एटीएम का कार्ड रीडर और सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर चोरी कर लिया।
जासं, लुधियाना : भाई रणधीर सिंह नगर स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम से तीन महीने पहले अज्ञात लोगों ने बैंक मुलाजिमों के साथ मिलकर एटीएम का कार्ड रीडर और सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर चोरी कर लिया। इस दौरान आरोपितों ने एटीएम के कार्ड रीडर में मौजूद लोगों के कार्ड का डाटा चुरा लिया और पैसे निकलवाने शुरू कर दिए। हैरानी की बात है कि तीन महीने पहले जब कार्ड रीडर और सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर चोरी हुआ तो बैंक के अधिकारियों ने इसकी सूचना पुलिस तक को नहीं दी। अभी तक पुलिस के पास 16 के करीब लोगों की शिकायतें आ चुकी हैं, जिनके कार्ड से पैसे निकल चुके हैं। साइबर क्राइम के इंचार्ज नवदीप सिंह ने मामले में एक्सिस बैंक के अज्ञात मुलाजिमों के खिलाफ मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। साइबर क्राइम इंचार्ज नवदीप सिंह के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग बैंकों के खाता धारकों के अकाउंट से पैसे निकलने शुरू हो गए। 16 खाता धारकों ने पुलिस से शिकायत की थी कि करीब 10 लाख से ऊपर की नकदी उनके अकाउंट से निकल चुकी है। पुलिस को जांच के बाद पता चला कि जिन लोगों ने बीआरएस नगर स्थित एक्सिस बैंक से पैसे निकलवाए थे, उनके अकाउंट से पैसे निकल रहे हैं। जांच में सामने आया कि तीन महीने पहले अज्ञात लोगों ने बैंक मुलाजिमों की मिलीभगत से एटीएम का कार्ड रीडर और सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर चोरी कर लिया था, लेकिन बैंक अधिकारियों ने इसकी शिकायत पुलिस से नहीं की और बैंक ने नया कार्ड रीडर लगवा दिया, लेकिन आरोपितों ने चोरी हुए कार्ड रीडर से लोगों के एटीएम कार्ड का डाटा निकाल लिया और अब उस डाटा के जरिए पैसे निकालने में जुटे हुए हैं। पैसे भी आरोपित दिल्ली के एटीएम से निकलवा रहे हैं। पुलिस एक्सिस बैंक के बीआरएस नगर के एटीएम की पुरानी सीसीटीवी फुटेज निकालने में जुटी हुई है। इसके अलावा दिल्ली के जिन-जिन एटीएम से पैसे निकल रहे हैं, उनके भी पुलिस फुटेज चेक करवाएगी। कहीं आपने बीआरएस नगर एटीएम से कैश तो नहीं निकलवाया
जांच अधिकारी नवदीप सिंह ने कहा कि अगर किसी भी बैंक खाता धारक ने तीन महीने पहले बीआरएस नगर के एटीएम से पैसे निकलवाए हैं, तो वह अपने कार्ड का पिन नंबर बदल दें। ताकि आरोपित अन्य खाता धारकों के अकाउंट से पैसे न निकलवा सकें।