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एलपीजी की लौ से उबलने लगा किचन, लुधियाना में मिल रहा 870 रुपये में

2017 सितंबर में 622.50 रुपये था और सर्विसमेन 675 रुपये ले रहा था। अब वर्ष 2018 सितंबर में यह रेट 847.50 हो गया जबकि सर्विसमेन 870 रुपये ले रहा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Sep 2018 12:10 PM (IST)Updated: Wed, 05 Sep 2018 12:10 PM (IST)
एलपीजी की लौ से उबलने लगा किचन, लुधियाना में मिल रहा 870 रुपये में
एलपीजी की लौ से उबलने लगा किचन, लुधियाना में मिल रहा 870 रुपये में

डीएल डॉन, लुधियाना

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रसोई गैस रेट में अब तक की सबसे अधिक बढ़ोतरी होने से किचन ही उबलने लगा है। महंगाई की मार झेल रही गृहणियों का कहना है कि पहले से ही खाद्य पदार्थो का रेट हाई होने और सब्जियों के दाम आसमान में है। अब पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से लिक्विफाइट पेट्रोलियम (एलपीजी) के रेट में सबसे अधिक बढ़ोतरी की लौ से किचन उबलने पड़ा है। ऐसे में गरीब परिवार रोटी किस तरह खाए यह ही सबसे बड़ा सवाल बनकर रह गया है। कंज्यूमर कहते है कि पेट्रोलियम मंत्री द्वारा रातों-रात हर माह एलपीजी रेट में बढ़ोतरी करना पब्लिक से विश्वासघात है। आपको बता दे कि वर्ष 2017 सितंबर में 622.50 रुपये था और सर्विसमेन 675 रुपये ले रहा था। अब वर्ष 2018 सितंबर में यह रेट 847.50 हो गया जबकि सर्विसमेन 870 रुपये ले रहा है। कमरतोड़ मंहगाई के दौर में ग्राहकों को परेशानी है, रेट के साथ सर्विसमेन को होम डिलीवरी के नाम पर 20 से 30 रुपये देने पड़ते है जिससे लोगों को गैस अब 900 के करीब में लेना पड़ रहा है।

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मंहगाई की मार

कंज्यूमरों को गैस की सप्लाई इंडियन ऑयल, भरत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कंपनी करती है और लगातार गैस का रेट बढ़ने से कंज्यूमर मुश्किल में है। कंज्यूमरों का कहना है कि लुधियाना जिले में करीब 15 लाख लोग गैस का उपभोग करते है जिसमें में करीब 60 प्रतिशत परिवार गरीब या मध्यम श्रेणी में है, ऐसे में हर माह एलपीजी का रेट बढ़ने लोगों का किचन वजट अत्याधिक हो जाने से भोजन व्यवस्था में कमी आ रहा है। गैंस एजेंसियां भी परेशान

एलपीजी लेना मंहगाई से लड़ना एलपीजी रेट में बढ़ोतरी से ग्राहक के साथ-साथ गैस एजेंसियां भी परेशान है। उन्हें भी गैस मंगवाने के लिए कंपनी को मोटा रकम चुकाना पड़ रहा है। एजेंसी धारक बताते है कि जब केंद्र में कांग्रेस गठबंधन की सरकार थी तो गैस का रेट 533 रूपये था और इसमें करीब 145 रूपये सब्सिडी मिलती थी। जब से केंद्र में एनडीए की सरकार बनी है एलपीजी का रेट बढ़ता ही जा रहा है। अब तो आलम है कि 870 का गैस खरीदने का मतलब मंहगाई से लड़ना है।

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गैस का रेट फिक्स करने की मांग

रसोई गैस का लगातार रेट बढ़ने से लोगों ने सरकार से मांग किया कि गैस का रेट फिक्स कर दिया जाय ताकि गरीब परिवार रोटी खा सके। कंज्यूमर मो. फिरोज मास्टर, शहनाज बेगम, घनश्याम आदि ने कहा कि सरकार एलपीजी का रेट फिक्स करें और वेटिंग खत्म कर समय से गैस की डिलीवरी करवाए जिससे लोग परेशानी से उबर सके।


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