सीईटीपी की नए सिरे से स्टडी कराएगा पीपीसीबी
पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) फोकल प्वाइंट स्थित फेज आठ में लगे कॉमन एफ्लूऐंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) की नए सिरे से स्टडी कराएगा।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) फोकल प्वाइंट स्थित फेज आठ में लगे कॉमन एफ्लूऐंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) की नए सिरे से स्टडी कराएगा। शुक्रवार को बोर्ड के चेयरमैन डॉ. एसएस मरवाहा, मेंबर सचिव करुणेश गर्ग, चीफ एनवायरनमेंट इंजीनियर पवन गर्ग ने सीईटीपी का दौरा किया और वहां पर इंडस्ट्री के गंदे पानी की ट्रीटमेंट का पूरा प्रोसेस देखा। टीम ने सीईटीपी प्रबंधन को कुछ सुझाव भी दिए।
बोर्ड के मेंबर सचिव करुणेश गर्ग ने कहा कि सीईटीपी की नए सिरे से स्टडी कराई जाएगी, ताकि इसकी कमियों को दूर करके इसमें आवश्यक सुधार किए जाएं और औद्योगिक प्रदूषण को और बेहतर ढंग से नियंत्रित किया जा सके। काबिले जिक्र है कि फोकल प्वाइंट के फेज आठ में 0.5 मिलियन लीटर डिस्चार्ज का सीईटीपी लगा हुआ है। इसमें इलेक्ट्रोप्लेटिंग, जिंक प्लेटिंग, जिंक गेलवनाइजिंग, ऑटो ब्लैक, फॉस्फेटिंग इंडस्ट्रीज का गंदा पानी ट्रीट किया जा रहा है। ट्रीटमेंट के बाद पानी का डाइंग उद्योग में उपयोग किया जा रहा है। इसके स्लज को निंबुआ ग्रीन फील्ड में साइंटिफिक तरीके से डिस्पोज किया जा रहा है।
इस सीईटीपी में सूबे से 1649 इकाइयां सदस्य हैं। इनमें से 1239 इकाइयां लुधियाना की, 251 जालंधर की, 50 अमृतसर की व 109 मोहाली की हैं। इन इकाइयों से निकल रहा गंदा पानी यहां पर लाकर ट्रीट किया जा रहा है। सीईटीपी का दौरा करने के बाद चेयरमैन ने बोर्ड के स्थानीय दफ्तर का भी दौरा किया और वहां पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बेहतर ढंग से काम करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बोर्ड उद्योग जगत को सहयोग के लिए है। साथ ही उन्होंने स्टाफ को इमेज बिल्डिंग के मंत्र भी दिए। इस अवसर पर कई अधिकारी भी मौजूद रहे।