पेट्रोल डीजल की कीमतों में लोग हो रहे परेशान
पेट्रोल डीजल की कीमतों में उठापटक से जहां आम आदमी परेशान है, वहीं किसान भी चिंतित हैं, क्योंकि धान की रोपाई का सीजन सिर पर है। किसानों ने सरकार से मांग की है कि पेट्रोल डीजल पर करों का बोझ आधा करके जनता को राहत दी जाए।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : पेट्रोल डीजल की कीमतों में उठापटक से जहां आम आदमी परेशान है, वहीं किसान भी चिंतित हैं, क्योंकि धान की रोपाई का सीजन सिर पर है। किसानों ने सरकार से मांग की है कि पेट्रोल डीजल पर करों का बोझ आधा करके जनता को राहत दी जाए।
काबिलेजिक्र है कि पिछले दिनों किसानों ने समराला में एसडीएम दफ्तर के बाहर अपने ट्रैक्टर खड़े करके विरोध प्रदर्शन किया था। किसानों का तर्क रहा कि महंगा डीजल खरीद कर अब खेती करना संभव नहीं रहा।
गौरतलब है कि पेट्रोल पर केंद्र एवं राज्य सरकार 53.41 फीसद और डीजल पर 39.77 फीसद टैक्स, सरचार्ज वसूल कर रही है। कृषि प्रधान राज्य होने के चलते पहले पंजाब में डीजल पर वैट अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे कम 8.8 फीसद था, लेकिन फिर इसे धीरे धीरे बढ़ा कर 14.78 फीसद कर दिया गया। अब चंडीगढ़ में डीजल पर वैट केवल 11.42 फीसद और हिमाचल प्रदेश में 14.37 फीसद है।
यह भी गौर है कि पंजाब सरकार का पेट्रो उत्पादों पर राजस्व लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2013-14 में पेट्रोल डीजल से राजस्व 3853 करोड़ रुपये आ रहा था। जबकि वर्ष 2014-15 में यह बढ़कर 4179 करोड़ रुपये, वर्ष 2015-16 में उछलकर 4907 करोड़ रुपये और 2016.17 में बढ़कर 5833 करोड़ रुपये पहुंच गया।
पेट्रोल डीजल पर भारी भरकम कर लगाकर सरकारें अपना खजाना भर रही हैं, जबकि आम आदमी पिस रहा है। यूनियन ने सरकार से मांग की है कि इन उत्पादों पर टैक्सों का बोझ आधा करके जनता को राहत दी जाए। उनका तर्क है कि अब महंगा डीजल खरीद का खेती करना संभव नहीं है।
- सुखदेव सिंह कोकरीकलां, महासचिव भाकियू एकता।